नींद में लगता है डर या आते हैं डरावने सपने तो करें इन 5 में से कोई 1 उपाय 

बुरे सपने बहुत डरा देते हैं। डर की वजह से नींद खुल जाती है दिल जोरों से धड़कने लगता है पसीने पसीने हो जाते हैं। अच्छे और दिल खुश कर देने वाले सपने भी आते हैं ।

कभी कभी सपने में कुछ ऐसा देखते हैं की जिनका आगा पीछा कुछ नहीं होता अजीब अजीब सी घटना घटती रहती है जिस पर हमारा कोई कंट्रोल नहीं होता। जब वह सपना चल रहा होता है तब वह असली लगता है लेकिन जागने पर उसे याद करके हंसी आती है।

कई बार सोते समय लोगों को नींद में कुछ ऐसी चीजें या बातें दिखाई देती हैं, जिनसे डरकर अचानक नींद खुल जाती है। कुछ लोगों के लिए तो यह रोज की परेशानी होती है। ऐसे में इससे बचने के लिए वास्तु शास्त्र की मदद ली जा सकती है। वास्तु में कुछ ऐसे आसान बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान रखने पर मनुष्य बुरे और डरावने सपनों से छुटकारा पा सकता है। ये उपाय इस प्रकार हैं

1. छोटी इलायचीयदि रात को सोते समय आपको डर लगता है या अचानक डर की वजह से उठ जाते हैं तो 5-6 छोटी इलायची एक कपड़े में बांधकर अपने तकिये के पास या तकिये के नीचे ही रख लेना चाहिए।

2. पानी से भरा तांबे का बर्तन नींद में यदि डर लगता हो या नींद बीच में बार-बार टूट जाती है, तो पानी से भरा हुआ तांबे का बर्तन या घड़ा अपने बिस्तर के पास रखें और सुबह उस पानी को पौधों में डाल दें।

3. कोई भी नुकीली वस्तु चाकू न हो तो कोई भी नुकीली वस्तु जैसे कैंची, नेल-कटर, कांटा आदि को भी अपने तकिए को पास या नीचे रखने से रात में डर नहीं लगता।

4. तकिये के पास चाकू रखें वास्तु के अनुसार यदि आपको या खासतौर से बच्चों को सोते समय अधिक डर लगता हो तो उनके तकिये के पास या नीचे छोटा चाकू रख दें।

5. पीले चावल पीले चावल की मदद से भी डर या बुरे सपनों से बच सकते हैं। बस तकिये के नीचे किसी कागज या कपड़े में बांध कर थोड़े से पीले चावल रख लें।

Must Read जानें क्या होता है शकुन और अपशकुन, जानें जीवन की किन घटनाओं से मिलता है शुभ संकेत

डिसक्लेमर

इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।