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हे अर्जुन… मैं धरती की मधुर सुगंध हूँ, मैं अग्नि की ऊष्मा हूँ, सभी जीवित प्राणियों का जीवन और सन्यासियों का आत्मसंयम भी मैं ही हूँ। 

हे अर्जुन…

मैं धरती की मधुर सुगंध हूँ, मैं अग्नि की ऊष्मा हूँ, सभी जीवित प्राणियों का जीवन और सन्यासियों का आत्मसंयम भी मैं ही हूँ।

भगवद गीता हिन्दू महाकाव्य महाभारत का एक हिस्सा है। इसमें 700 संस्कृत श्लोक हैं, जहां भगवान कृष्ण ने हमारी सभी समस्याओं के जवाब दिए। यहां भगवद गीता के सर्वश्रेष्ठ उद्धरण दिए गए हैं।

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