हे अर्जुन…ऐसा कुछ भी नहीं, चेतना या अचेतन, जो मेरे बिना अस्तित्व में रह सकता हो। हे अर्जुन... ऐसा कुछ भी नहीं, चेतना या अचेतन, By RadheRadheje|2021-02-24T18:07:21+00:00February 15th, 2021|Bhagavad Gita Quotes|0 Comments Read More