शुभ सोमवार हर हर महादेव
केदार भी तू काशी भी तू, नाथों के नाथ सोमनाथ
केदार भी तू काशी भी तू, नाथों के नाथ सोमनाथ
हे भोलेनाथ जब भी देखता हूँ किसी को हँसते हुए
शिव है ब्रम्हा, शिव है विष्णु शिव ही मेरा
ॐ नमः शिवाय तुझसे ही सारी आस है एक
चार अक्षर की दुनिया मेरी महादेव