केदार भी तू काशी भी तू, नाथों के नाथ सोमनाथ भी तू, राम के अति प्रिय रामेश्वर भी तू, देवों के देव मेरे महादेव भी तू, तेरी माया तू ही जाने, जो जाने उसके अंतकरण में तू