हे अर्जुन.. ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है। हे अर्जुन.. ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है। By RadheRadheje|2021-02-24T17:54:16+00:00February 15th, 2021|Bhagavad Gita Quotes|0 Comments Share This Story, Choose Your Platform! FacebookTwitterWhatsAppPinterest Related Posts Leave A Comment Cancel replyComment
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