जामुन खाने के ये फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे आप, स्वास्थ्य से लेकर त्वचा के लिए है लाभकारी 

आयुर्वेद चिकित्सा में तरह-तरह के रोग, विकारों को ख़त्म करने के लिए जामुन के पत्ते, छाल, फलों का सेवन किया जाता है। मधुमेह रोग में जामुन की गुठली का चूर्ण बनाकर सेवन किया जाता है। पाचन संबधित विकार और यकृत, जिगर के रोगों के लिए जामुन बहुत गुणकारी औषधी है। ऐसे ही बहुत सारे उपचार हैं जो जामुन की मदद से किये जाते हैं।

जामुन खाने के फायदे Benefits of eating jamun in Hindi 

जामुन को कभी भी दूध के साथ न लें, जबकि भोजन के बाद नमक लगा कर लेना अत्यंत गुणकारी है। रासायनिक गुण- जामुन का फल- शीतल, मधुर, ऱुचिकारक कसैला, रूक्ष, पौष्टिक कफ पित्त व अफारा नाशक तथा शरीर में रक्त की वृद्धि करता है। गुठली-फल तो फल जामुन की गु्ठली की गिरी में जम्बोलिन ग्लूकोसाइड पाया जाता है। जिसका प्रमुख लक्षण यह है कि यह तत्व स्टार्च को शर्करा में परिवर्तित होने से रोकता है। अतः मधुमेह या शुगर के रोगियों के लिए इसकी गुठलियोँ का चूर्ण अच्छा फायदा करता है।

इसके अतिरिक्त क्लोरोफिल, एल्ब्यूमिन, गेलिक एसिड, रेजिन व चर्बी आदि अनेक बहुमूल्य पदार्थ पाए जाते हैं। इसमे लोह तत्व भी पर्याप्त मात्रा में पायाजाता है। यह लोह तत्व इतना सोम्य व गुणकारक होता है कि इससे किसी प्रकार का नुकसान नही हो सकता अपितु यह लोह शरीर में लोह की कमी को पूरा करने के साथ शरीर यकृत (जिगर) और प्लीहा (तिल्ली) आदि शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर लाभकारी परिणाम डालता है अतः शरीर में रक्त की प्रचुर मात्रा में बृद्धि होती है। बृक्ष की छाल- स्वाद में मधुर, कसैली, पाचक, रुक्ष, शरीर के मलों (दोषों) को उनके निकलने वाले मार्गों से ही निकालने वाली है यह रुचिकर पित्त दाह में तत्काल शान्तिकारक औषधि है। सिरका जामुन का सिरका पेट सम्बंधी रोगों के लिए लाभकारक है।

जामुन खाने से पाचन क्रिया ठीक होती है और पाचन शक्ति बढ़ जाती है। जामुन को खाने से स्मरण शक्ति बढती है क्योंकि इसमें एंटी ऑक्सीडेन्ट्स विशेष रूप से फ्लेबोनायड़स पाया जाता है। जामुन में बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और यह हीट स्ट्रोक से भी बचाता है। जामुन खाने से मधुमेह के इलाज में मदद मिल सकती है। 

रोग और जामुन Disease and Berries in Hindi 

1. मधुमेह (अ) जामुन की गुठली का चूर्ण 5 gram दिन में दो बार शहद से या जल के साथ लेते रहने से मूत्र में शक्कर की मात्रा कम हो जाती है।

(ब) जामुन की गुठली को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर रख लें। नियमित रूप से आधा चम्मच की मात्रा में सुबह शाम पानी के साथ इसका सेवन करें। जामुन की छाल को सुखाकर उसे जलाएं और राख बनाकर छान लें। फिर इसे बोतल में भरकर रख लें। इसके सेवन से सुबह शाम 60-65 मिली ग्राम की मात्रा में खाली पेट पानी के साथ इसके सेवन करने से डायबिटीज नियंत्रित रहता है।

परहेज- चावल आलू शक्कर व मीठे पदार्थों का सेवन बन्द कर दें।जौ चने की रोटी, गाय का फीका दूध, मक्खन फल शाक, फूलशाक आदि का सेवन करें।

2. मोतीझरा जामुन के कोमल पत्ते, गुलदाउदी के फूल, काली मिर्च समान भाग लेकर जल के साथ पीस लें। मोतीझरा के रोगी को पिलाएं तुरन्त शान्ति मिलेगी। रोग भी दूर होगा।

3. रक्त प्रदर महिलाओं की व्याधि रक्तप्रदर में जामुन की गिरी का चूर्ण शक्कर में मिलाकर दिन में तीनवार सेवन करने से रक्त प्रदर में लाभ मिलता है।

4. बार बार पेशाव जाना (बहुमूत्र) जामुन की गिरी का बारीक चूर्ण इसी चूर्ण के बराबर कालेतिल साफ करके मिला लें। 10-10 ग्रम  सुबह शाम दूध से लें बहुमूत्र दूर हो जाता है।

5. आवाज बैठना यदि आपकी आवाज बैठ गई है या मोटी या भारीपन लिए हुए है और आप इससे छुटकारा पाना चाहते हैंतो आपको शहर में जामुन की गुठली का पाउडर मिलाकर लेनाचाहिए। इससे आवाज का भारीपन दूर होता है साथ ही आवाज भी साफ हो जाएगी।

6. जामुन और आम की गुठलियों का 2-2 ग्राम पाउडर छाछ केसाथ दिन में तीन बार लेने से पेट दर्द दूर होता है।

7. फोड़े फुंसी जामुन की गुठली को पानी के साथ घिसकर चेहरे पर लेप करने से मुंहासे और फुंसियां दूर होती हैं और चेहरे का सौंदर्य निखरता है।

8. आग से जले के घाव में आग से जलने पर घाव बन गया हो तो जामुन की छाल की राख नारियल तेल के साथ मिलाकर घाव लगाने से लाभ होता है।

9. मंजन जामुन की छाल को छाया में सुखाकर बारीक पीसकर कपडे से छान लें। इसका प्रयोग मंजन के रूप में करें। इससे दांत मजबूत होते हैं, साथ ही पायरिया और दांत दर्द से भी छुटकारा मिलता है।

10. उल्टियों में जामुन की छाल को छाया में सुखाकर उसकी भस्म शहद में मिला कर चाटने से उल्टियों में लाभ होता है।

11. त्वचा निखारने में भी है बेहद उपयोगी जामुन त्वचा का रंग निखारने में भी बहुत लाभदायक माना जाता है। जिन लोगों को सफेद दाग है उनके लिए जामुन बहुत ही फायदेमंद (Jamun Ke Fayde) होता है। जामुन का पेस्ट बना कर उसे अपने सफेद दागों पर लगाएं। इससे आपके दाग हल्के पड़ने लगेंगे और थोड़े समय बाद हट जाएंगे

12. गैस की समस्या करता है दूर जामुन की छाल और बीज का पावडर पेट में गैस की समस्याओं को दूर करने में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा यह डायरिया, अपच और पेचिश के इलाज में भी बहुत प्रभावी रूप से काम करता है। इसलिए लोग पेट की इन समस्याओं से निजात पाने के लिए जामुन का उपयोग करते हैं।

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