निदा से घबराकर अपने लक्ष्य को ना छोड़ें क्योंकि लक्ष्य मिलते ही निंदा करने वाले लोगों की राय बदल जाती है
निदा से घबराकर अपने लक्ष्य को ना छोड़ें क्योंकि
निदा से घबराकर अपने लक्ष्य को ना छोड़ें क्योंकि
यदि प्रेम को समझना है तो तन की नहीं मन
भक्तवत्सल क्यों कहा जाता है श्री कृष्ण को आप सभी
हे अर्जुन... प्रबुद्ध व्यक्ति सिवाय ईश्वर के किसी और पर
हे अर्जुन.. ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप
हे अर्जुन.. मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा