क्यों हैं भगवान शिव की तीन आंखें ?
क्यों हैं भगवान शिव की तीन आंखें ? भगवद
क्यों हैं भगवान शिव की तीन आंखें ? भगवद
ये मोह माया एक सपना है शिव का साथ ही
जिस दिन प्रभु में मन लग जाए वही दिन शुभ
केदार भी तू काशी भी तू, नाथों के नाथ सोमनाथ
तू अपना देख मेरा महादेव है हर हर महादेव
हे भोलेनाथ जब भी देखता हूँ किसी को हँसते हुए
शिव है ब्रम्हा, शिव है विष्णु शिव ही मेरा
ॐ नमः शिवाय तुझसे ही सारी आस है एक
चार अक्षर की दुनिया मेरी महादेव