Hari Charan हरि चरण दुःख हरण श्री हरी चरण दुःख हरण, चरन-कमल बंदौ हरि राई ।जाकी कृपा पंगु गिरि लंघै आंधर कों सब कछु दरसाई॥
श्री हरी चरण दुःख हरण, चरन-कमल बंदौ हरि राई ।
श्री हरी चरण दुःख हरण, चरन-कमल बंदौ हरि राई ।
मेरे सांवरिया बस तेरे चरणों का हो दीदार। तेरी शरण