हे भोलेनाथ
जब भी देखता हूँ किसी को हँसते हुए तो यकीन आ जाता है की खुशियों का ताल्लुक दौलत से नहीं होता जिसका मन मस्त है उसके पास समस्त है जय भोलेनाथ
हे भोलेनाथ
जब भी देखता हूँ किसी को हँसते हुए तो यकीन आ जाता है की खुशियों का ताल्लुक दौलत से नहीं होता जिसका मन मस्त है उसके पास समस्त है जय भोलेनाथ
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