शिवलिंग की पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें Things to be kept in mind while worshiping Shivling in Hindi 

हिन्दू धर्म में सभी देवी-देवताओं को प्रसन्न करने, उनकी आराधना करने के विशिष्ट तरीकों का वर्णन हैं। कुछ ऐसी सामग्रियां और विधियां होती हैं जो विशिष्ट आराध्य देव को बहुत पसंद होती हैं, उनकी पूजा में उन सामग्रियों की उपलब्धता मनवांछित फल प्रदान करती है। लेकिन कुछ ऐसी सामग्रियां भी होती हैं जिनका प्रयोग करना उलटा परिणाम हो सकता है। भगवान शिव बहुत ही जल्दी प्रसन्न भी होते हैं तो क्रोध के कारण बहुत जल्दी रौद्र रूप भी धारण कर लेते हैं। भगवान शिव को भांगधतूरे का चढ़ावा बहुत पसंद है, पर कुछ

ऐसी सामग्रियां भी जिनका उपयोग शिव आराधना के दौरान बिल्कुल नहीं करना चाहिए। शिवपुराण के अनुसार शिव भक्तों को कभी भी भगवान शिव को तुलसी, हल्दी और सिंदूर सहित ये 6 वस्तु नहीं चढ़ाना चाहिए। शिवलिंग भगवान शिव का निराकर स्वरूप है। शिवलिंग की पूजा से जुड़े बहुत से नियम भी धर्म ग्रंथों में बताए गए हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही नियमों के बारे में बता रहे हैं।

1. शिवलिंग पर हल्दी न चढ़ाएं 

शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है और हल्दी स्त्रियोचित वस्तु है। स्त्रियोचित यानी स्त्रियों से संबंधित इसी वजह से शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है।

2. जलाधारी पर चढ़ाएं हल्दी 

हल्दी शिवलिंग पर नहीं, बल्कि जलाधारी पर चढ़ाई जा सकती है। शिवलिंग दो भागों से मिलकर बना होता है। एक भाग शिवलिंग शिवजी का प्रतीक है और दूसरा भाग जलाधारी माता पार्वती का प्रतीक है। जलाधारी मां पार्वती की प्रतीक है, अतः इस पर हल्दी चढ़ाई जानी चाहिए।

3. शिवलिंग की पूजा कभी जलधारी के सामने से नहीं करनी चाहिए।

4. शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जलधारी को लांघा नहीं जाता।

5. शिवलिंग पर तुलसी न चढ़ाएं 

शिवपुराण के अनुसार शिवजी ने तुलसी के पति राक्षस शंखचूड़ का वध किया था। शंखचूड़ की पत्नी होने की वजह से तुलसी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाई जाती है।

6. जल 

मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत होता है। आचरण स्नेहमय होता है।

7. शिवलिंग पर कभी भी शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए

8. दूध 

शिवलिंग पर दूध अर्पित करने से उत्तम स्वास्थ्य मिलता है। शक्ति मिलती है।

9. शिवलिंग पर कभी तांबे के बर्तन से दूध नहीं चढ़ाना चाहिए।

10. केतकी के फूल न चढ़ाएं 

प्राचीन काल में ब्रह्मा और विष्णु ने शिवलिंग का छोर खोजने की कोशिश की थी। जिसमें ब्रह्मा ने झूठ बोला था कि उन्होंने शिवलिंग का एक छोर ढूंढ लिया है। इस झूठ में केतकी के पौधे ने भी ब्रह्माजी का साथ दिया था। शिवजी इससे क्रोधित हो गए थे। केतकी के झूठ के कारण शिवलिंग पर इसे नहीं चढ़ाया जाता है।

11. शिवलिंग की पूजा करते समय मुंह दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए।

12. पूजा करते समय शिवलिंग के ऊपरी हिस्से को स्पर्श नहीं करना चाहिए।

13. शहद 

शिवलिंग पर शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।

14. शिवजी सहित किसी भी देवता की खंडित मूर्ति की पूजा नहीं करते है लेकिन खंडित शिवलिंग की पूजा की जा सकती है

15. दही

शिवलिंग पर दही चढ़ाने से हमारा स्वभाव गंभीर होता है। कार्यों में सफलता और सुख मिलता है।

16. जहां तक हो सके घर में शिवलिंग की स्थापना नहीं करनी चाहिए। क्योंकि शिवलिंग की स्थापना और पूजा पूरी विधि विधान से नहीं की जाए तो इसका नकारात्मक असर होता है।

17. घी 

शिवलिंग पर घी अर्पित करने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है। ताकत बढ़ती है।

18. इत्र  

शिवलिंग को इत्र से स्नान करवाने से हमारे बुरे विचार नष्ट होते हैं। शांति मिलती है और विचार पवित्र होते हैं।

19. चंदन 

शिवजी को चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्त्व आकर्षक होता है। सम्मान प्राप्त होता है।

20. केशर 

शिवलिंग पर केशर मिला हुआ जल चढ़ाने से हमें सौम्यता प्राप्त होती है।

21. भांग 

शिवलिंग पर भांग चढ़ाने से हमारे विकार और बुराइयां दूर होती हैं।

22. बेल पत्र शिवजी को बहुत प्रिय है। शिवलिंग पर चढ़ाएं हुए बेल पत्रों को पुनः धोकर काम में ले सकते है।

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