सामुद्रिक शास्त्र- सोने के तरीके से जानिए इंसान का नेचर 

मनुष्य का लगभग एक तिहाई जीवन सोने में व्यतीत होता है। मेडिकल साइंस के अनुसार एक स्वस्थ मनुष्य को 24 घंटे में से लगभग 6 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। सोने की अवस्था में हम अवचेतन अवस्था में होते हैं और बिल्कुल निश्चिंत हो जाते हैं। हर मनुष्य का सोने का तरीका एक-दूसरे से भिन्न होता है। उसी प्रकार हर इंसान का बोलने का तरीका भी अलग ही होता है।

सामुद्रिक शास्त्र या शरीर लक्षण विज्ञान के अनुसार किसी भी व्यक्ति को सोता या बोलता देखकर उसके स्वभाव के बारे में काफी-कुछ जाना जा सकता है। सामुद्रिक शास्त्र या शरीर लक्षण विज्ञान के अंतर्गत इस संबंध में विस्तृत जानकारी मिलती है। जानिए किस प्रकार सोने तथा बोलने वाले लोगों का स्वभाव कैसा होता है

करवट लेकर सोना 

ऐसे लोग समझौतावादी होते हैं। साफ-सुथरे रहना, अच्छा भोजन करना इन्हें प्रिय होता है। खोज करना इनका प्रमुख शौक होता है। ये आदर्श जीवन जीना पसंद करते हैं।

सोने से पहले पैर हिलाना 

कुछ लोग सोने से पहले पैर हिलाते हैं लेकिन अच्छा लक्ष्ण नहीं माना जाता। ऐसे लोगों को सदैव कोई न कोई चिंता सताती रहती है। ये स्वयं से ज्यादा परिजनों के बारे में सोचते हैं।

पांवों को कसकर सोना 

समुद्र शास्त्र के अनुसार जो लोग सोते समय पांवों को जकड़ लेते हैं और जिन्हें सारे शरीर को ढककर सोने की आदत है, ऐसे लोगों का जीवन निश्चित रूप से संघर्षपूर्ण रहता है। ये परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढाल लेते हैं, यही इनकी सबसे बड़ी विशेषता होती है। ये बहुत ही व्यवहारकुशल होते हैं। ये सभी के साथ आसानी से घुलमिल जाते हैं।

शरीर सिकोड़कर सोना 

ऐसे लोग डरपोक होते हैं। इनके मन में असुरक्षा की भावना होती है। इन्हें एक अंजाना सा भय अनुभव होता है। वे यह बात किसी को बताते नहीं हैं। इन्हें अंजाने लोगों के साथ बात करना पसंद नहीं आता। ये अक्सर अकेले रहना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को नशे की लत लगने की संभावना सबसे अधिक होती है। कभी-कभी ये डिप्रेशन का शिकार भी हो जाते हैं।

चित्त सोना 

अगर आपको केवल सीधे लेटकर नींद आती है तो यह शुभ लक्षण हैं। आप केवल आत्मविश्वासी ही नहीं आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी भी हैं। आप समस्याओं का समाधान तुरंत कर देते हैं। ऐसे लोग परिवार के मुख्य सदस्य होते हैं। कुछ भी बड़ा काम करने से पहले इन लोगों की राय जरूर ली जाती है। ये परिवार, समाज, दोस्तों व रिश्तेदारों में बहुत लोकप्रिय होते हैं।

पेट के बल सोना 

समुद्र शास्त्र के अनुसार ऐसे लोगों में अंजाने भय की भावना होती है। ये किसी भी प्रकार का खतरा उठाने के लिए तैयार नहीं होते। अपनी गलती को अच्छी तरह जानते हैं पर बतलाते हुए डरते हैं। जीवन में कई बार इन्हें धोखा मिलता है। इसलिए ये बहुत ही सोच-समझकर किसी से दोस्ती करते हैं। पैसों के मामले में भी कई बार ये धोखे का शिकार हो जाते हैं।

दोनों हाथ और पैरों को फैलाकर पीठ के बल सोना 

जो लोग दोनों हाथ और पैरों को फैलाकर पीठ के बल सोते हैं, वे लोग अपने कार्यों को पूरी स्वतंत्रता के साथ करना पसंद करते हैं। इन्हें सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त करने का मोह रहता है। आमतौर पर ऐसे लोग जीवन में कई उपलब्धियां हासिल करते हैं। ये लोग सुंदरता की ओर तुरंत ही आकर्षित हो जाते हैं। इन्हें गॉसिप करना भी काफी पसंद होता है।

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