भगवान के प्रिय भोग: इन चीज़ों का भोग लगाने पर देवी-देवता होते है जल्दी प्रसन्न।

हिंदू धर्म में भोजन करते समय सात्विकता के अलावा अच्छी भावना और अच्छे वातावरण और आसन का बहुत महत्व माना गया है। यही कारण है कि सिर्फ इंसान ही नहीं देवता भी भोजन का खास ख्याल रखने पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। मान्यता है कि यदि देवी और देवताओं को इन 7 चीजों में से अक्सर किसी का एक का भोग लगाया जाए तो देवी-देवता जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और घर में कभी धन व धान्य की कमी नहीं होती है।

1. मालपुए :- मालपुए देवी के साथ भगवान विष्णु के भी प्रिय भोग में से एक है। अधिक मास में भगवान को ये ही भोग लगाने का नियम है। पूरी शुद्धता के साथ बने मालपुए का भोग लगाने से भी देवी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

2. खीर :- खीर कई प्रकार से बनाई जाती है। इसे हविष्य भोजन माना गया है। खीर में किशमिश, बारीक कतरे हुए बादाम, बहुत थोड़ी-सी नारियल की कतरन, काजू, पिस्ता, चारौली, थोड़े से पिसे हुए मखाने, सुगंध के लिए एक इलायची, कुछ केसर और अंत में तुलसी डालकर देवी-देवताओं को अर्पित करने से उनकी कृपा बनी रहती है।

3. केसर भात :- केसर भात बहुत ही स्वादिष्ट और मन को भाने वाली होती है। केसरिया भात को बनाने के लिए बासमती चावल, केसर और सूखे मेवे आदि की जरुरत होती है। अक्सर माता लक्ष्मी और सरस्वती को केसर भात का भोग लगाया जाता है, क्योंकि इनको ये भात विशेष रूप से पसंद है ऐसी मान्यता है।

4. हलवा :- भारत में हलवा पारंपरिक मिठाईयों में से एक है। जैसे सूजी का हलुआ, आटे का हलुआ, गाजर का हलुआ, मूंग का हलुआ, कद्दू का हलुआ, आदि। इसमें से सूजी के हलुवे का भोग लगाया जाता है। हनुमानजी को हलुआ, पंच मेवा, गुड़ से बने लड्डू या रोठ, डंठल वाला पान और केसर- भात बहुत पसंद हैं। देवी मां को भी हलुआ प्रिय है।

5. पूरणपोली :- मां दुर्गा को इसका भोग लगाने से हर तरह की मनोकामना पूर्ण होती है। माताजी को हलुए के साथ पूरणपोली भी पसंद है।

6. लडडू :- मोदक के लडडू, बेसन के लडडू, सूजी के लडडू, मोतीचूर के लडडू, नारियल के लडडू, बूंदी के लडडू, गेंहू के लडडू, मलाई के लडडू, चूरमा के लडडू आदि। सभी देवताओं को पसंद हैं, लेकिन गणेशजी को ये विशेष रूप से पसंद हैं।

7. सफेद मावे की मिठाई :- सफेद मावे की मिठाई देवी-देवताओं को विशेष रूप से पसंद है, जब किसी विशेष मनोकामना के लिए इसका भोग लगाएं तो मिठाई को कन्याओं में बांटना चाहिए।

8. माखन मिसरी:- भगवान श्री कृष्ण को माखन इतना प्रिय था कि वह बचपन में गोपियों की मटकियों से माखन चुराकर खा लिया करते थे जिसकी वजह से इनका एक नाम माखनचोर भी है। भगवान के भोग में माखन मिसरी को अवश्य शामिल करना चाहिए। प्रेम पूर्वक माखन मिसरी का भोग लगाने से आरोग्य की प्राप्ति होती है।

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