अन्नपूर्णा देवी हिन्दू धर्म में मान्य देवी-देवताओं में विशेष रूप से पूजनीय हैं। इन्हें माँ जगदम्बा का ही एक रूप माना गया है, जिनसे सम्पूर्ण विश्व का संचालन होता है। इन्हीं जगदम्बा के अन्नपूर्णा स्वरूप से संसार का भरण-पोषण होता है। अन्नपूर्णा का शाब्दिक अर्थ है धान्य (अन्न) की अधिष्ठात्री। सनातन धर्म की मान्यता है कि प्राणियों को भोजन माँ अन्नपूर्णा की कृपा से ही प्राप्त होता है। 

माँ अन्नपूर्णा की तस्वीर/प्रतिमा घर में रखने के नियम 

हिन्दू धर्म में मान्यता है कि अन्न की देवी माता अन्नपूर्णा की तस्वीर रसोईघर में लगाने से घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होती है। आपको बता दें कि यह तस्वीर घर में सुख-शांति व सकारात्मक ऊर्जा एवं धन-धान्य लाती हैं। वैसे भी हिन्दू धर्म में देवी-देवता के पूजन का विशेष महत्व है। यदि आप भी अपने किचन/ रसोईघर में मां अन्नपूर्णा की तस्वीर लगाते हैं तो यह बहुत ही शुभ होगा तथा आपके घर में अनाज के भंडार भरे रहेंगे।

धर्म और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां अन्नपूर्णा की तस्वीर रसोईघर में लगाना शुभ माना जाता है। अत: यदि आप इसे रसोईघर के आग्नेय कोण में लगाते हैं तो यह अतिशुभ माना गया है। इतना ही नहीं मां अन्नपूर्णा की तस्वीर आग्नेय कोण लगी होने से परिवार के सदस्य स्वस्थ रहते हैं तथा घर में सौभाग्य का आगमन भी होता है।

माँ अन्नपूर्णा की तस्वीर घर में रखने के नियम ?

1. यदि आप भी अपने किचन में माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा या तस्वीर लगाना चाहते हैं तो किसी भी बृहस्पतिवार अथवा शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी जागकर अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करके स्वच्छ धुले हुए वस्त्र धारण करें, फिर सर्वप्रथम रसोईघर की अच्छी तरह साफ-सफाई करें।

2. अब पूरे रसोईघर तथा उस दीवार को भी गंगाजल छिड़क कर साफ-स्वच्छ करें, जिस जगह पर तस्वीर लगानी है।

3. फिर खाना बनाने में उपयोग में आने वाले गैस अथवा चूल्हे को साफ करके विधिपूर्वक उसकी पूजा करके पूरे मन से मां अन्नपूर्णा की प्रार्थना करें, तथा कहें कि मेरे घर में कभी भी अन्न-धन तथा खाने-पीने के चीजों की कमी ना रहे।

4. अब रसोईघर में शिव तथा पार्वती (के अन्नपूर्णास्वरूप) की आराधना करके मां से विनती करें और उत्तर या पूर्व दिशा पर माता की फोटो या तस्वीर चिपका दें।

5. तत्पश्चात रसोई में ही भगवान शिव एवं मां पार्वती का पूजन करके गैस या चूल्हे की भी हल्दी, कुमकुम, चावल, पुष्प आदि चढ़ाकर पूजन करें तथा धूप और दीया जला कर आरती करें।

6. फिर मां अन्नपूर्णा की तस्वीर के सामने ही उनके मंत्र, स्तोत्र और कथा का वाचन करें और घर के सभी सदस्य ग्यारह बार प्रार्थना करके कहें कि ‘हे अन्नपूर्णा माता, हमारे घर में हमेशा अनाज, जल और धन का भंडार भरा रहे।

7. अब इस तस्वीर का रसोईघर में लग जाने के बाद अपने हाथों से शुद्ध और सात्विक भोजन बनाएं तथा एक मीठा कुछ न कुछ अवश्य बनाकर मां अन्नपूर्णा को भोग लगाएं

8. फिर अपने सामर्थ्य के अनुसार यह भोजन असहाय लोगों में वितरित करें। तत्पश्चात परिवार वाले भी ग्रहण करें।

9. इस तरह माता अन्नपूर्णा की कृपा से आपके घर में कभी भी अन्न-धन की कमी महसूस नहीं होगी तथा हमेशा भंडार भरे ही रहेंगे।

10. यदि आपका रसोईघर छोटा है तो आप मां अन्नपूर्णा की तस्वीर या फोटो अपने घर मंदिर में रखकर भी उसका पूजन तथा प्रार्थना कर सकते हैं।

11. वास्तु शास्त्र के अनुसार, जब भी आप माता अन्नपूर्णा की तस्वीर घर में लगाएं तब भोग स्वरूप माता को मूंग दाल भी अर्पित करें तथा पूजन के बाद इसे गौ माता को खिला दें। इससे आपके घर में सुख-समृद्धि तो आएगी ही साथ ही धन-धान्य तथा अनाज के भंडार भरे रहेंगे तथा आपको यश और मान-सम्मान की प्राप्ति भी होगी।

12. इसके साथ ही रसोईघर में ताजे फलों एवं सब्जियों से भरी तस्वीर लगाना बहुत शुभ माना जाता है।

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