हे ईश्वर जो कुछ आपने दिया है, कुछ आपने नहीं दिया और जो कुछ देकर ले लिया है उस हर बात के लिए आपका धन्यवाद जो कुछ आपने दिया है वह आपकी कृपा जो कुछ आपने नहीं दिया उसमें हमारी भलाई और जो कुछ देकर ले लिया है वो हमारा इम्तिहान
हे ईश्वर जो कुछ आपने दिया है, कुछ आपने नहीं