जब आप भक्ति के मार्ग पर चलते हो तो इसका ये मतलब नहीं है की आप धनवान हो जाओगे, सारी सुख सुविधाएं आपको मिल जाएंगी, आपका सम्मान बढ़ जाएगा। भक्ति का मतलब यह है की कई बार ऐसा लगता है की दुनिया की नजर में सबसे बुरा बन जाए एक बार वही ठाकुर की नजर में सबसे अच्छा होता है। स्वयं भगवान कहते हैं जो जीव मेरा हो जाता है मैं दुनिया से उसे बेगाना कर देता हूं, जो दुनिया का होगा वो मेरा हो ही नहीं सकता। चाहे सुरदास जी हो, मीरा हो, हों दुनिया ने उन्हें चैन से जीने नहीं दिया जब वो भगवान की भक्ति कर रहे थे।
फिर भी उनको अपने कृष्ण पे विश्वास था… और कृष्ण प्रेम में निमग्न रहते थे।
हरि बोल
When you walk on the path of devotion, it does not mean that you will become rich, you will get all the comforts, your respect will increase. Bhakti means that at times it seems to become the worst in the eyes of the world, once it is the best in the eyes of Thakur. God himself says that a creature that belongs to me, I make him out of the world, what belongs to the world cannot be mine. Whether Surdas ji, Meera, the world did not let him live peacefully while he was doing devotion to God.
Even then he had faith in his Krishna… and Krishna was engrossed in love.
Hari Bol
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