जो हुआ अच्छा हुआ, जो होगा अच्छा होगा स्वयं को मुझ पर छोड़ दो अपने कर्म पर ध्यान दो कर्म ऐसा जो स्वार्थ, रहित पापरहित हो ।।
जो हुआ अच्छा हुआ, जो होगा अच्छा होगा स्वयं को मुझ
जो हुआ अच्छा हुआ, जो होगा अच्छा होगा स्वयं को मुझ
भगवान कृष्ण के शुद्ध भक्त का सम्मान करना कृष्ण का
किसी का भी उदय अचानक नहीं होता, सूर्य भी धीरे-धीरे
अहम भाव में मत आओ किसी को कुछ देकर क्या
श्रीकृष्ण से अच्छा सारथी और कोई नहीं हो सकता प्रश्न
ऊँची आवाज में तो वो चिल्लाते हैं, जिन्हें झूठ बोलना
तुझसे ज्यादा दिल को मेरे कुछ भी नहीं भाता सांवरिया..
मर्यादा राम सी मोहब्बत श्याम सी Maryada Ram Si Mohabbat
मेरे सांवरिया यूंही तुम्हें धड़कन नहीं कहते हम, सांसे चलती
जिसे तुम्हारी ज़रूरत ना हो फिर भी जो तुमसे रिश्ता