दुर्गा भजन संग्रह | Durga Mata Bhajan Lyrics in Hindi 

माँ दुर्गा की स्तुति करना शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। भक्तजन नवरात्रि और विशेष अवसरों पर माता रानी के भजन गाकर उनके चरणों में श्रद्धा अर्पित करते हैं। इस पेज पर हमने आपके लिए 15+ दुर्गा भजन संग्रह प्रस्तुत किया है। यहाँ आपको जय अम्बे जगदम्बे, अम्बे तू है जगदम्बे काली, ओ अंबे शेरों वाली, दुर्गा चालीसा और कई लोकप्रिय भजन हिंदी में मिलेंगे। ये सभी भजन SEO-friendly फॉर्मेट में दिए गए हैं ताकि आप आसानी से इन्हें पढ़ सकें, गा सकें और गूगल पर भी आसानी से खोज सकें।

माता दुर्गा के लोकप्रिय भजनों की सूची

  1. जय अम्बे जगदम्बे माता 
  2. अम्बे तू है जगदम्बे काली
  3. ओ अंबे शेरों वाली 
  4. चलो बुलावा आया है
  5. दुर्गा चालीसा
  6. दुर्गे दुर्गटि नाशिनी
  7. जय माँ शेरोंवाली, जय अंबे जगदम्बे। 
  8. जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।
  9. जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
  10. मैं बालक तू माता शेरां वालिए
  11. आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ।
  12. भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
  13. बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए
  14. ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता
  15. आये है माँ के नवराते

दुर्गा भजन सुनने के आध्यात्मिक लाभ

  • मन को शांति और तनाव दूर
  • घर में सकारात्मक ऊर्जा
  • रोग और कष्टों से मुक्ति
  • साधना में एकाग्रता बढ़ती है
  • माता की कृपा और समृद्धि प्राप्त होती है

दुर्गा भजन कैसे सुने ? (उत्तम तरीका)

  • सुबह स्नान के बाद
  • दीपक और अगरबत्ती के साथ
  • पूरे मन से सुनें या गाएँ

1. जय अम्बे जगदम्बे – Durga Bhajan Lyrics

जय अम्बे जगदम्बे माता, जय अम्बे जगदम्बे।

संकट हरनी, सुख करनी, जय अम्बे जगदम्बे॥

तेरे भजन गाता हूँ मैया, मन को बड़ा सुहाता।

भक्तों की नैया माता, तू ही पार लगाता॥

शेरों पर विराजे माता, रूप तेरा न्यारा।

सारे जगत में माता, तेरा ही सहारा॥

तेरे चरणों की धूलि पाकर, मन को मिले सुख अपार।

भक्त तुम्हारा नाम जपें माँ, मिटे उनके सब विकार॥

असुरों का संहार किया तूने, भक्तों की लाज निभाई।

तेरी महिमा अपरंपार है, तू ही जगत जननी माई॥

जय अम्बे जगदम्बे माता, जय अम्बे जगदम्बे।

संकट हरनी, सुख करनी, जय अम्बे जगदम्बे॥

2. अम्बे तू है जगदम्बे काली – Mata Rani Bhajan

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,

तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।

दानव दल पर टूट पड़ो मां करके सिंह सवारी॥

सौ-सौ सिहों से बलशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,

दुष्टों को तू ही ललकारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

माँ-बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता।

पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता॥

सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,

दुखियों के दुखड़े निवारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना।

हम तो मांगें तेरे चरणों में छोटा सा कोना॥

सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,

सतियों के सत को संवारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

चरण शरण में खड़े तुम्हारी, ले पूजा की थाली।

वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली॥

माँ भर दो भक्ति रस प्याली, अष्ट भुजाओं वाली,

भक्तों के कारज तू ही सारती।

ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

3. ओ अंबे शेरों वाली – Durga Mata Bhajan

ओ अंबे शेरों वाली, ओ अंबे जगदम्बे।

तेरे चरणों में माता, शीश झुकाता हर जन॥

तेरी महिमा का बखान करूँ क्या, तू ही जग की पालन हार।

भक्तों की नैया तू ही पार लगाती, संकट हरती माँ दयाकार॥

तेरे दर पर जो भी आया, खाली हाथ ना लौटाया।

भक्तों की पुकार सुन मैया, जीवन उसका तू संवार॥

सिंह पर विराजे भवानी, तेरी छवि है निराली।

तेरे चरणों में पाकर शरण, मिले सबको खुशहाली॥

ओ अंबे शेरों वाली, ओ अंबे जगदम्बे।

तेरे चरणों में माता, शीश झुकाता हर जन॥

4. चलो बुलावा आया है – Mata Rani Song

नवदुर्गा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि, नवरात्रे, नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, जगराता, शुक्रवार दुर्गा तथा अष्टमी के शुभ अवसर पर गाये जाने वाला प्रसिद्ध व लोकप्रिय भजन।

॥दोहा॥

माता जिनको याद करे,

वो लोग निराले होते हैं ।

माता जिनका नाम पुकारे,

किस्मत वाले होतें हैं ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

ऊँचे पर्वत पर रानी माँ ने,

दरबार लगाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

सारे जग मे एक ठिकाना,

सारे गम के मारो का,

रास्ता देख रही है माता,

अपने आंख के तारों का ।

मस्त हवाओं का एक झोखा,

यह संदेशा लाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

जय माता दी॥ जय माता दी ॥

जय माता की कहते जाओ,

आने जाने वालो को,

चलते जाओ तुम मत देखो,

अपने पीछे वालों को ।

जिस ने जितना दर्द सहा है,

उतना चैन भी पाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

जय माता दी॥ जय माता दी ॥

वैष्णो देवी के मन्दिर मे,

लोग मुरादे पाते हैं,

रोते रोते आते है,

हस्ते हस्ते जाते हैं ।

मैं भी मांग के देखूं,

जिस ने जो माँगा वो पाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

जय माता दी॥ जय माता दी ॥

मैं तो भी एक माँ हूँ माता,

माँ ही माँ को पहचाने ।

बेटे का दुःख क्या होता है,

और कोई यह क्या जाने ।

उस का खून मे देखूं कैसे,

जिसको दूध पिलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

चलो बुलावा आया है,

माता ने बुलाया है ।

प्रेम से बोलो, जय माता दी ॥

ओ सारे बोलो, जय माता दी ॥

वैष्णो रानी, जय माता दी ॥

अम्बे कल्याणी, जय माता दी ॥

माँ भोली भाली, जय माता दी ॥

माँ शेरों वाली, जय माता दी ॥

झोली भर देती, जय माता दी ॥

संकट हर लेती, जय माता दी ॥

ओ जय माता दी, जय माता दी ॥

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5. दुर्गा चालीसा – Durga Chalisa Lyrics

॥चौपाई॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी।

नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥

निराकार है ज्योति तुम्हारी।

तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

शशि ललाट मुख महाविशाला।

नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥

रूप मातु को अधिक सुहावे।

दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लय कीना।

पालन हेतु अन्न धन दीना॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला।

तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥

प्रलयकाल सब नाशन हारी।

तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।

ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥

रूप सरस्वती को तुम धारा।

दे सुबुद्धि ऋषि-मुनिन उबारा॥

धरा रूप नरसिंह को अम्बा।

प्रगट भईं फाड़कर खम्बा॥

रक्षा कर प्रह्लाद बचायो।

हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।

श्री नारायण अंग समाहीं॥

क्षीरसिन्धु में करत विलासा।

दयासिन्धु दीजै मन आसा॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।

महिमा अमित न जात बखानी॥

मातंगी अरु धूमावति माता।

भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी।

छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥

केहरि वाहन सोह भवानी।

लांगुर वीर चलत अगवानी॥

कर में खप्पर-खड्ग विराजै।

जाको देख काल डर भाजे॥

सोहै अस्त्र और त्रिशूला।

जाते उठत शत्रु हिय शूला॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत।

तिहुंलोक में डंका बाजत॥

शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे।

रक्तबीज शंखन संहारे॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी।

जेहि अघ भार मही अकुलानी॥

रूप कराल कालिका धारा।

सेन सहित तुम तिहि संहारा॥

परी गाढ़ सन्तन पर जब-जब।

भई सहाय मातु तुम तब तब॥

अमरपुरी अरु बासव लोका।

तब महिमा सब रहें अशोका॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।

तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥

प्रेम भक्ति से जो यश गावै।

दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।

जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।

योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥

शंकर आचारज तप कीनो।

काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।

काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥

शक्ति रूप को मरम न पायो।

शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी।

जय जय जय जगदम्ब भवानी॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।

दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥

मोको मातु कष्ट अति घेरो।

तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥

आशा तृष्णा निपट सतावे।

मोह मदादिक सब विनशावै॥

शत्रु नाश कीजै महारानी।

सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥

करो कृपा हे मातु दयाला।

ऋद्धि-सिद्धि दे करहु निहाला॥

जब लगि जियउं दया फल पाऊं।

तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं॥

दुर्गा चालीसा जो नित गावै।

सब सुख भोग परमपद पावै॥

देवीदास शरण निज जानी।

करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

6. दुर्गे दुर्गटि नाशिनी – Durga Maa Bhajan

दुर्गे दुर्गति नाशिनी” के बोल माँ दुर्गा के गुणों का वर्णन करते हैं, जो सभी कष्टों और दुखों को हरने वाली हैं। यह भजन माँ दुर्गा की महिमा का बखान करता है और भक्तों को शक्ति और सुरक्षा प्रदान करने वाली देवी से प्रार्थना करने का अवसर देता है। नीचे दिए गए हैं इस लोकप्रिय भक्ति गीत के बोल:

जय दुर्गे दुर्गति नाशिनी, जय अम्बे जगदम्बे।

तेरे चरणों में जो झुके, उसका भाग्य संवर जाए॥

सिंह पर विराजे माता, रूप तेरा है न्यारा।

तेरे भजन जो मन से गाता, पाता सुख और सहारा॥

भक्तों की तू रखवाली करती, संकट सब हर जाती।

तेरे दर पर जो भी आए, माँ उसकी नैया पार लगाती॥

तेरे नाम से जग प्रकाशित, जीवन में सुख बरसाए।

भक्त जो तेरा ध्यान लगाये, उसकी सभी मनोकामनाएँ पूरी आएँ॥

शुम्भ-निशुम्भ दानव मारे, महिषासुर भी पराजित।

तेरी शक्ति के आगे सभी, असुर भी हो गए हताशित॥

दीन दुखियों की तू दाता, माता दया की सागर।

तेरी कृपा से सब सफल हों, मिटे सब दुःख और भय का भार॥

जय दुर्गे दुर्गति नाशिनी, जय अम्बे जगदम्बे।

तेरे चरणों में जो झुके, उसका भाग्य संवर जाए॥

7. शेरावाली माता – Sherawali Mata Bhajan

जय माँ शेरोंवाली, जय अंबे जगदम्बे।

तेरे चरणों में जो भी आया, माँ उसकी नैया पार लगी॥

तेरे दर की शान निराली, भक्तों की भीड़ लगी।

श्रद्धा लेकर जो भी आये, माँ उसकी झोली भरी॥

तेरे दर पे दिया जलाता, मन में विश्वास जगाता।

संकट काटे माँ भवानी, जीवन सुख से सजाता॥

भक्त तेरे गाते हैं गाथा, मन में प्रेम समाता।

दीन दुखियों की सुन ले माता, संकट सब हर जाता॥

जय माँ शेरोंवाली, जय अंबे जगदम्बे।

तेरे चरणों में जो भी आया, माँ उसकी नैया पार लगी॥

8. जय संतोषी माता – Santoshi Mata Bhajan

जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।

तुमको नित ही ध्यावत, हर विष्णु विधाता॥

सुंदर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो।

मोती, पन्ना, हीरा, तन श्रृंगार लीन्हो॥

जय संतोषी माता…

गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे।

मंद हँसत करुणामयी, त्रिभुवन जन मोहे॥

जय संतोषी माता…

स्वर्ण सिंहासन बैठी, चंवर दुरे प्यारे।

धूप, दीप, नैवेद्य, भोग धरे न्यारे॥

जय संतोषी माता…

गुड़ और चना परम प्रिय, तामे संतोष कियो।

संतोषी कहलाई, भक्तन विभव दियो॥

जय संतोषी माता…

शुक्रवार प्रिय मानत, आज दिवस सोही।

भक्त मंडली छाई, कथा सुनत मोही॥

जय संतोषी माता…

मंदिर जगमग ज्योति, मंगल ध्वनि छाई।

विनय करें हम सेवक, चरणन सिर नाई॥

जय संतोषी माता…

भक्ति भावमय पूजा, अंगीकार करो।

जो मन से तेरा ध्यान धरे, उसका उद्धार करो॥

जय संतोषी माता…

सदा सुखी, सनातनी, रिद्धि सिद्धि दाता।

संकट मोचन, दु:ख हरण, तेरी जय हो माता॥

जय संतोषी माता…

जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।

तुमको नित ही ध्यावत, हर विष्णु विधाता॥

09. जय माँ अम्बे गौरी – Mata Ambe Song

जय अम्बे गौरी

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥

मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को। उज्जवल से दोऊ नैना, चंद्रबदन नीको ॥

कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै। रक्तपुष्प गलमाला, कंठन पर साजै ॥

केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी। सुर-नर मुनिजन सेवत, तिनके दुःखहारी ॥

कानन कुंडल शोभित, नासाग्रे मोती। कोटिक चंद्र दिवाकर, राजत सम ज्योति ॥

चंड-मुंड संहारे, महिषासुर घाती। धूम्र विलोचन नैना, निशदिन मदमाती ॥

ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी। आगम निगम बखानी, तुम शिव पटरानी ॥

चौसठ योगिनी गावत, नृत्य करै भैरू। बाजत ताल मृदंगा, अरु बाजै डमरू ॥

तुम ही जग की माता, तुम ही हो भवानी। भक्तन की दुःख हरता, सुख संपत्ति कानी ॥

भुजा चार अति शोभित, खड्ग खप्परधारी। मनवांछित फल पावत, सेवत नर-नारी ॥

कंचन थाल विराजत, अगर कपूर बाती। श्री मालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति ॥

श्री अम्बे जी की आरती, जो कोई नर गावे। कहत शिवानंद स्वामी, सुख संपत्ति पावे ॥

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥

10. मैं बालक तू माता शेरां वालिए भजन लिरिक्स

इस mata ke bhajan lyrics में माता शेरावाली के प्रति विश्वास और भक्ति की गहरी भावनाओं को अभिव्यक्ति किया गया है। यह भजन माता की शक्ति और सुख के प्रतीक के रूप में उनके गुणों की महिमा व्यक्त करता है। भक्त इस भजन के माध्यम से माता के आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं और उनके आदर्शों को मानने का संकल्प लेते हैं। इस भजन में माता के प्यार और करुणा के प्रति श्रद्धा का भी जिक्र किया गया है, जिससे भक्त का मानसिक और आध्यात्मिक विकास होता है।

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,

है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए

है अटूट ये नाता शेरां वालिए

है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,

है अटूट ये नाता शेरां वालिए,

शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,

मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,

है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए

है अटूट ये नाता शेरां वालिए

तेरी ममता मिली है मुझको,

तेरा प्यार मिला है,

तेरे आँचल की छाया में,

मन का फूल खिला है,

तुने बुद्धि, तुने साहस,

तुने बुद्धि, तुने साहस तुने ज्ञान दिया,

मस्तक ऊँचा करके जीने के वरदान दिया माँ,

तू है भाग्य विधाता शेरां वालिए,

मैं बालक तू माता शेरा वालिए,

शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,

मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,

है अटूट ये नाता शेरां वालिए,गिफ्ट बास्केट

जब से दो नैनो में तेरी पावन ज्योत समायी,

मंदिर मंदिर तेरी मूरत देने लगी दिखाई,

ऊँचे पर्वत पर मैंने भी डाल दिया है डेरा,

निस दें करे जो तेरी सेवा मैं वो दास हूँ तेरा,

रहूँ तेरे गुण गाता शेरां वालिए,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,

शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,

मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ,

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,

है अटूट ये नाता शेरां वालिए हो हो,

मैं बालक तू माता शेरा वालिए,

है अटूट ये नाता शेरा वालिए,

जय शेरावाली, जय भवनावाली,

जय मेहरावाली जय ज्योतांवाली,

11. आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा भजन लिरिक्स | Aa Maa Aa Tujhe Dil Ne Pukara Bhajan Lyrics

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ।

दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥

शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ ।

आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥

प्रेम से बोलो, जय माता दी ।

सारे बोलो, जय माता दी ।

मिल के बोलो, जय माता दी ।

फिर से बोलो, जय माता दी ।

मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।

मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।

मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।

मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।

मैया मैया बोले मेरा, मन एक तारा माँ ॥

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥

तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले । तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले । तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले । तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।

चरणों मे तेरे मैंने, तन मन वारा माँ ॥

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥

मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।

रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।

मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।

रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।

नो को रूप तेरा लगता है प्यारा माँ ॥

॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥

जय माता दी, जय माता दी ।

कष्ट निवारे, शेरों वाली ।

पार लगादे, शेरों वाली ।

है दुःख हरनी, शेरों वाली ।

बिगड़ी बना दे, शेरों वाली ।

प्रेम से बोलो, जय माता दी ।

सारे बोलो, जय माता दी ।

जोर से बोलो, जय माता दी ।

12. भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे भजन लिरिक्स | Bhor Bhai Din Chad Gaya Meri Ambe Bhajan Lyrics

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे

हो रही जय जय कार

मंदिर विच आरती जय माँ

हे दरबारा वाली आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

काहे की मैया तेरी आरती बनावा काहे की मैया तेरी आरती बनावा‌ काहे की पावां विच बाती

मंदिर विच आरती जय माँ

सुहे चोले वाली आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय मां

सर्व सोने दी आरती बनावा

सर्व सोने दी आरती बनावा

अगर कपूर पावां बाती

मंदिर विच आरती जय माँ

हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया कौन जागेगा सारी रात

मंदिर विच आरती जय माँ

सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया

सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया

ज्योत जागेगी सारी रात

मंदिर विच आरती जय माँ

हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा

जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा

जिस तेरा भवन बनाया

मंदिर विच आरती जय माँ

हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे

जो ध्यावे सो, यो फल पावे

रख बाणे दी लाज

मंदिर विच आरती जय माँ

सोहने मंदिरां वाली आरती जय माँ

हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे

हो रही जय जय कार

मंदिर विच आरती जय माँ

हे दरबारा वाली आरती जय माँ हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ हे दरबारा वाली आरती जय माँ हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ

13.बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए भजन लिरिक्स | Beta Jo Bulaye Bhajan Lyrics

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

हो मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

हो बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

सुन लो ऐ माँ के प्यारो, तुम प्रेम से पुकारो

आएगी शेरावाली, जगदम्बे मेहरावाली

वो देर ना करेगी, झोली सदा भरेगी

पूरी करेगी आशा, मिट जायेगी निराशा

बिगड़े कर्म सवारे, भव से वो सब को तारे

बिगड़े कर्म सवारे, भव से वो सब को तारे

हो श्रद्धा और प्रेम से ध्याना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

तिरलोक चंद राजा, था भक्त वो भी माँ का

जो बंदगी बिछायी संग खेले महामाई

देखा जो बूंद पानी, कहने लगा भवानी

पानी कहाँ से आया, कैसी रचाई माया

कैसा यह माजरा है, मेरा तो दिल डरा है

माँ इसका राज़ खोलो, अब कुछ तो मुह से बोलो

कहने लगी भवानी, ऐ मूल अज्ञानी

मुझ को ना आजमाओ, पानी को भूल जाओ

जिद्द ना करो ऐ राजा, कुछ तो डरो ऐ राजा

बोला वो अभिमानी, मैंने भी मन मे ठानी

के राज़ जान लूँगा, हर बात मान लूँगा

तब मैया बोली, राजा ना भूल जाना वादा

सच सच तो मै कहूँगी, फिर पास ना रहूंगी

सागर मे डोले नैया, मेरा भक्त बोले मैया

हर दम तुझे ध्याऊं, फिर भी मै डूब जाऊं

कश्ती बचाओ माता, श्रद्धा दिखाओ माता

मै उसकी भी तो माँ थी, यहाँ भी थी वहां भी

चंचल सूना कहानी, गायब हुई भवानी

पछता रहा था राजा, चिल्ला रहा था राजा

पछता रहा था राजा, चिल्ला रहा था राजा

हो शक्ति को ना कभी आजमाना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

हो मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

हो बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए

14. लक्ष्मी जी की आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता

तुमको निशदिन सेवत ।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

मैया जी को निशदिन सेवत

हरि विष्णु विधाता

उमा रमा ब्रह्माणी तुम ही जगमाता

मैया तुम ही जगमाता

सूर्य चन्द्रमा ध्यावत

नारद ऋषि गाता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

दुर्गा रूप निरंजनी सुख सम्पत्ति दाता

मैया सुख सम्पत्ति दाता

जो कोई तुमको ध्यावत

ऋद्धि-सिद्धि धन पाता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

तुम पाताल निवासिनि तुम ही शुभदाता

मैया तुम ही शुभदाता

कर्मप्रभावप्रकाशिनी

भवनिधि की त्राता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

जिस घर में तुम रहती सब सद्गुण आता

मैया सब सद्गुण आता

सब सम्भव हो जाता

मन नहीं घबराता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

तुम बिन यज्ञ न होते वस्त्र न कोई पाता

मैया वस्त्र न कोई पाता

खान पान का वैभव

सब तुमसे आता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

शुभ गुण मन्दिर सुन्दर क्षीरोदधि जाता

मैया सुन्दर क्षीरोदधि जाता

रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहीं पाता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

महालक्ष्मीजी की आरती जो कोई नर गाता

मैया जो कोई नर गाता

उर आनन्द समाता पाप उतर जाता

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता

तुमको निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता

।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।

।। मैया जय लक्ष्मी माता।।

15. आये है माँ के नवराते

जैसे ही माँ के नवरात्रों का पावन समय आता है, पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है। श्रद्धालु माँ दुर्गा की आराधना में लीन होकर उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और माँ की महिमा का गुणगान करते हैं। आये हैं माँ के नवराते भजन इसी भक्तिमय माहौल को दर्शाता है, जहाँ माँ के आगमन की खुशी में पूरा संसार आनंद से झूम उठता है। यह भजन हमें माँ के नवरात्रों की महत्ता और उनकी कृपा की अनुभूति कराता है, जिससे भक्तों का मन और भी श्रद्धा से भर जाता है।

आये है माँ के नवराते,

घर घर ज्योत जली मैया की,

घर घर ज्योत जली मैया की,

गली गली में जगराते,

आये है माँ के नौराते,

आये है माँ के नौराते।1।

यही वो दिन धरती पे माँ आती,

यही वो दिन घर घर में माँ जाती,

लेती खबरिया उन भक्तो की,

लेती खबरिया उन भक्तो की,

जो मैया के गुण गाते,

आये है माँ के नौराते,

आये है माँ के नौराते।2।

मैया जी संग अपने खजाना लाती,

मैया जी दिल खोल के खूब लुटाती,

भर देती है सबकी तिजोरी,

भर देती है सबकी तिजोरी,

गल्ले सबके भर जाते,

आये है माँ के नौराते,

आये है माँ के नौराते।3।

यही वो दिन कन्या रूप बनाती,

यही वो दिन हलवा पूड़ी खाती,

बड़े नसीबों वाले है जो,

बड़े नसीबों वाले है जो,

कन्या पूजन करवाते,

आये है माँ के नौराते,

आये है माँ के नौराते।4।

मैया जी नौ दिन का मेला रचाती,

की सारे भक्तो को अपना बनाती,

‘श्याम’ कहे जब होती विदाई,

भक्तो के दिल भर आते,

आये है माँ के नौराते, आये है माँ के नौराते।5।

आये है माँ के नवराते,

घर घर ज्योत जली मैया की,

घर घर ज्योत जली मैया की,

गली गली में जगराते,

आये है माँ के नौराते,

आये है माँ के नौराते।6।

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FAQ Section

1. नवरात्रि में कौन-कौन से दुर्गा भजन गाए जाते हैं ?

नवरात्रि में जय अम्बे जगदम्बे, अम्बे तू है जगदम्बे काली, शेरोंवाली माता, चलो बुलावा आया है, दुर्गा चालीसा जैसे भजन सबसे अधिक गाए जाते हैं।

2. जय अम्बे जगदम्बे भजन के लिरिक्स कहाँ मिलेंगे ?

इस पेज पर “जय अम्बे जगदम्बे” भजन का पूरा लिरिक्स हिंदी में उपलब्ध है।

3. दुर्गा चालीसा का महत्व क्या है ?

दुर्गा चालीसा का पाठ करने से जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं और माँ अम्बे की कृपा प्राप्त होती है।

4. क्या ये भजन हिंदी और इंग्लिश दोनों में उपलब्ध हैं ?

हां, आप चाहें तो ट्रांसलिटरेशन (Roman Hindi) भी जोड़ सकते हैं।

5. इन भजनों के साथ ऑडियो/वीडियो भी देख सकते हैं ?

हाँ, आप YouTube या mp3 लिंक embed कर सकते हैं।

6. दुर्गा भजन गाने का सही समय क्या है ?

सुबह-शाम पूजा के समय या नवरात्रि में प्रत्येक दिन।

डिसक्लेमर इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।