शिव आरती | Shiv Aarti in Hindi | शिव जी की आरती

हिंदू धर्म में भगवान शिव को भोलेनाथ, महादेव और शंकर के नाम से जाना जाता है। इनकी पूजा और आराधना करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं। प्रतिदिन शिव आरती करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

शिव आरती 🔔(Shiv Aarti in Hindi)

ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा।

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥

ॐ जय शिव ओंकारा…॥

एकानन चतुरानन पंचांनन राजे।

हंसासंन, गरुड़ासन, वृषवाहन साजे॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

दो भुज चारु चतुर्भज दस भुज अति सोहें।

तीनों रूप निरखता त्रिभुवन जन मोहें॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

अक्षमाला, बनमाला, रुण्ड़मालाधारी।

चंदन, मृदमग सोहें, भाले शशिधारी॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

श्वेताम्बर,पीताम्बर, बाघाम्बर अंगें।

सनकादिक, ब्रह्मादिक, भूतादिक संगें॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

कर के मध्य कमड़ंल चक्र, त्रिशूल धरता।

जगकर्ता, जगभर्ता, जगससंहारकर्ता॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।

प्रवणाक्षर मध्यें ये तीनों एका॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रम्हचारी।

नित उठी भोग लगावत महिमा अति भारी॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावें।

कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावें॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥

जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा।

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥

॥ॐ जय शिव ओंकारा॥ 

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शिव आरती का महत्व

शिव आरती करने से जीवन से सभी प्रकार के भय दूर होते हैं।

भक्त को मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

भगवान शिव की कृपा से धन, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।

शिव आरती करने का शुभ समय

प्रतिदिन सुबह और शाम शिव जी की आरती करनी चाहिए।

सोमवार, महाशिवरात्रि और सावन माह में इसका विशेष महत्व है।

शिव आरती करने की विधि

1. शिवलिंग या भगवान शिव की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं।

2. जल, बेलपत्र, धूप, दीप और फूल अर्पित करें।

3. श्रद्धा और भक्ति भाव से शिव जी की आरती करें।

4. अंत में ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करें।

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📌 FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. शिव आरती कब करनी चाहिए ?

👉 सुबह और शाम, विशेष रूप से सोमवार व सावन के महीने में।

Q2. शिव आरती करने से क्या लाभ होता है ?

👉 भय दूर होता है, धन-समृद्धि मिलती है और जीवन में शांति आती है।

Q3. क्या शिव आरती बिना शिवलिंग के की जा सकती है ?

👉 हाँ, भगवान शिव की तस्वीर या मूर्ति के सामने भी की जा सकती है।

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