Lord Shiva मुकदर का लिखा मैं मिटा नहीं सकता अपनी मर्जी की खुशियां मैं पा नहीं सकता पर इतना तो यकीन है मुझको मेरे महाकाल आपकी चौखट से मैं खाली जा नही सकता
मुकदर का लिखा मैं मिटा नहीं सकता अपनी मर्जी की
मुकदर का लिखा मैं मिटा नहीं सकता अपनी मर्जी की
करू क्यों फ़िक्र की मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी,
मेरे महादेव मैं शून्य हूँ मुझे पीछे ही रखना क्योंकि
जग भागे मंदिर को मेरे अन्दर बसते शिव ये
भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए हर