यदि खेत में बीज न डाला जाएं तो कुदरत उसे घास फूस से भर देती है। उसी तरह से यदि दिमाग में सकारात्मक विचार न भरा जाए तो नकारात्मक विचार अपनी जगह बना लेते है
यदि खेत में बीज न डाला जाएं तो कुदरत उसे
यदि खेत में बीज न डाला जाएं तो कुदरत उसे
ईश्वर की न्याय की चक्की थोड़ी धीमी जरूर चलती है
शुभ प्रभात खिलखिलाती सुबह है ताजगी भरा है सवेरा फूलों
आपके सिवा हम किसी और के कैसे हो सकते हैं,
दुनिया उम्मीद तोड़ सकती है पर दुनिया बनाने वाला नहीं
चल जिंदगी कुछ नया करते हैं जो उम्मीद दूसरों से