शास्त्रों के अनुसार क्षौर कर्म [Cutting/Saving] किस दिन करवाएँ / किस दिन नहीं और उसके नियम एवं अन्य विविध मुहूर्त

सनातन शास्त्रों में दैनिक जीवन से जुड़ी प्रत्येक क्रिया के विशेष नियम बताए गए हैं। इन्हीं में से एक है क्षौर कर्म, जिसमें बाल, दाढ़ी, मूंछ और नख काटने का विधान शामिल है। मान्यता है कि सही तिथि, वार और नक्षत्र में क्षौर कर्म करने से आयु, सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है, जबकि वर्जित दिनों में यह कार्य किया जाए तो दुष्प्रभाव बढ़ सकते हैं।

इसी प्रकार घर-परिवार और जीवन से जुड़े कई कार्य जैसे विद्यारम्भ, दुकान खोलना, नौकरी शुरू करना, वाहन खरीदना, गृह प्रवेश, भूमि खरीद या शिलान्यास भी विशेष शुभ मुहूर्त में किए जाते हैं।

इस लेख में आप जानेंगे कि क्षौर कर्म के लिए कौन-कौन से दिन शुभ हैं, किन दिनों में यह निषिद्ध है, तथा जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों के शास्त्रीय शुभ मुहूर्त कौन से हैं। यह जानकारी प्राचीन ग्रंथों और पारंपरिक ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है।

🌼 शास्त्रों के अनुसार क्षौर कर्म कब करें ?

कौन से दिन बाल-नाखून काटना शुभ है और कौन से दिन वर्जित — साथ ही बच्चों का विद्यारंभ, दुकान आरंभ, नौकरी, वाहन खरीद, भूमि आदि के शुभ मुहूर्त।

✨ क्षौर कर्म क्या है ?

क्षौर कर्म में बाल, दाढ़ी, मूंछ, बगल के बाल तथा नख काटना शामिल है।

शास्त्रीय क्रम:

1. दाढ़ी (दाहिनी ओर से)

2. मूंछ

3. बगल के बाल

4. सिर के बाल

5. अन्य रोम

6. अंत में नख

🔴 वर्जित तिथि-वार (इन दिनों क्षौर कर्म न करें)

वर्जित तिथियाँ

  • एकादशी
  • चतुर्दशी
  • अमावस्या
  • पूर्णिमा
  • संक्रांति
  • व्यातिपात
  • विष्टि (भद्रा)
  • व्रत के दिन
  • श्राद्ध तिथि

वर्जित वार

  • मंगलवार
  • शनिवार

आयु ह्रास या वृद्धि (शास्त्रीय मान्यता)

  • रविवार – 1 माह आयु क्षीण
  • मंगलवार – 8 माह आयु क्षीण
  • शनिवार – 7 माह आयु क्षीण

आयु वृद्धि

  • सोमवार – 7 माह
  • मंगलवार – 8 माह
  • बुधवार – 5 माह
  • गुरुवार – 10 माह
  • शुक्रवार – 11 माह

विशेष वर्जना

  • पुत्र इच्छा रखने वाले सोमवार को क्षौर कर्म न करें
  • लक्ष्मी की कृपा चाहने वाले गुरुवार को क्षौर न करें

🌼 अन्य विविध मुहूर्त (ज्योतिषीय शुभ समय)

📚 विद्यारम्भ (बच्चों को स्कूल में डालना)

  • शुभ तिथि – 2, 3, 5, 7, 10, 11, 12
  • शुभ वार – रवि, सोम, बुध, गुरु, शुक्र
  • शुभ मास – उत्तरायण, भाद्रपद, 5वाँ वर्ष
  • शुभ नक्षत्र – अश्विनी, पुनर्वसु, आश्लेषा, रेवती, अनुराधा, आर्द्रा, स्वाती, चित्रा

🛕 दुकान / बहीखाता आरम्भ

  • शुभ तिथि – कृष्ण पक्ष 1, शुक्ल पक्ष 3, 5, 7, 10, 11, 13
  • शुभ वार – रवि, सोम, बुध, गुरु, शुक्र
  • शुभ मास – वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, भाद्रपद, मार्गशीर्ष, माघ, फाल्गुन
  • शुभ नक्षत्र – अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, मूल, उत्तराभाद्रपद, श्रवण

💼 नौकरी प्रारंभ

  • शुभ तिथि – 2, 3, 5, 6, 7, 10, 11, 12, 15
  • शुभ वार – रवि, सोम, बुध, गुरु, शुक्र (उत्तरायण में)
  • शुभ नक्षत्र – अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा

🚘 वाहन खरीद (स्कूटर/कार)

  • शुभ तिथि – कृष्ण 1, 2, 3, 5, 6, 7, 10, 11, 12, (शुक्ल 13)
  • शुभ वार – सोम, बुध, गुरु, शुक्र
  • शुभ नक्षत्र – अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, अनुराधा, शतभिषा, पुनर्वसु, पुष्य, स्वाती, हस्त, चित्रा, रेवती

🏡 गृह आरम्भ (मकान बनाना)

  • शुभ तिथि – शुक्ल पक्ष 2, 3, 6, 7, 10, 11, 12, 13
  • शुभ वार – सोम, बुध, गुरु, शुक्र
  • शुभ मास – वैशाख, ज्येष्ठ, माघ, फाल्गुन
  • शुभ नक्षत्र – रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, अनुराधा, शतभिषा, उत्तराफाल्गुनी, धनिष्ठा, हस्त, चित्रा, स्वाती

🏗️ शिलान्यास (नींव डालना)

  • शुभ तिथि – गृह आरम्भ वाली सभी तिथियाँ
  • वर्जित प्रविष्टाएँ – 15, 7, 9, 10, 21, 24
  • वर्जित नक्षत्र – अश्विनी, श्रवण

बाकी वही जो गृह निर्माण के लिए शुभ हैं

🏠 नव घर में प्रवेश (गृह प्रवेश)

  • शुभ तिथि – शुक्ल पक्ष 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13, 15
  • शुभ मास – वैशाख, ज्येष्ठ, मार्गशीर्ष, माघ, फाल्गुन
  • शुभ नक्षत्र – अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, उत्तरा (3), हस्त, चित्रा, स्वाती, पुष्य, अनुराधा

🌏 भूमि खरीद

  • शुभ तिथि – कृष्ण 1, शुक्ल 5, 6, 10, 11, 15
  • शुभ वार – मंगल, गुरु, शुक्र
  • शुभ नक्षत्र – मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, विशाखा, अनुराधा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, मूल, रेवती

🏥 ऑपरेशन (शल्य चिकित्सा)

  • शुभ तिथि – 2, 3, 5, 6, 7, 10, 12, 13
  • शुभ वार – रवि, मंगल, गुरु
  • शुभ नक्षत्र – अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा, श्रवण

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❓ क्षौर कर्म और विविध मुहूर्त – FAQ

Q1. क्षौर कर्म क्या है ?

क्षौर कर्म में दाढ़ी, मूंछ, सिर के बाल, बगल के बाल और नख काटने की क्रिया शामिल है।

Q2. शास्त्रों के अनुसार क्षौर कर्म किस क्रम में करना चाहिए ?

पहले दाढ़ी, फिर मूंछ, फिर बगल के बाल, उसके बाद सिर के बाल और अंत में नख काटना चाहिए।

Q3. किन तिथियों पर क्षौर कर्म नहीं करना चाहिए ?

एकादशी, चतुर्दशी, पूर्णिमा, अमावस्या, संक्रांति, व्यतिपात, भद्रा, व्रत दिवस और श्राद्ध तिथि पर क्षौर कर्म वर्जित है।

Q4. किन वारों पर क्षौर कर्म वर्जित है ?

मंगलवार और शनिवार को क्षौर कर्म नहीं करना चाहिए।

Q5. क्या क्षौर कर्म से आयु बढ़ती या घटती है ?

शास्त्रों में वर्णित है कि कुछ दिनों में क्षौर कर्म करने से आयु वृद्धि और कुछ दिनों में आयु क्षीण होती है।

जैसे—सोम, बुध, गुरु, शुक्र के दिन आयु वृद्धि मानी गई है।

Q6. क्या सोमवार को क्षौर कर्म करना चाहिए ?

यदि पुत्र की इच्छा हो तो सोमवार को क्षौर कर्म न करें।

Q7. क्या गुरुवार को बाल काटना उचित है ?

गुरुवार को लक्ष्मी कृपा के इच्छुक व्यक्ति को क्षौर कर्म नहीं करना चाहिए।

Q8. विद्यारम्भ का शुभ मुहूर्त कैसे चुनें ?

शुभ तिथि, शुभ वार और शुभ नक्षत्र देखकर बच्चों का स्कूल प्रवेश करना चाहिए।

उदाहरण: 2, 3, 5, 7 तिथि और अश्विनी, पुनर्वसु जैसे नक्षत्र।

Q9. वाहन खरीदने के लिए कौन-सा नक्षत्र शुभ है ?

अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, अनुराधा, शतभिषा, रेवती आदि नक्षत्र शुभ माने जाते हैं।

Q10. गृह प्रवेश किस तिथि में करना शुभ है ?

शुक्ल पक्ष की 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13 और 15 तिथियाँ गृह प्रवेश के लिए उत्तम हैं।

Q11. भूमि खरीदने के लिए कौन-सा वार शुभ है ?

मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार भूमि खरीदने के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं।

Q12. ऑपरेशन कराने के लिए कौन-सा समय अच्छा है ?

2, 3, 5, 6, 7, 10, 12 और 13 तिथि तथा रवि, मंगल और गुरु वार शुभ माने जाते हैं।

Q13. क्या ये मुहूर्त सभी पर समान रूप से लागू होते हैं ?

ये सामान्य शास्त्रीय मुहूर्त हैं।

व्यक्तिगत जन्म पत्रिका के अनुसार मुहूर्त अलग हो सकता है।

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⚠️ डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है।

विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं।

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