‘श्रावण सोमवार’ जिसे बोलचाल में ‘सावन सोमवार’ भी कहा जाता है, श्रावण के दिनों में शिवजी को प्रसन्न करने के लिए की जाने वाली पूजा और व्रत का खास महत्व है।
पहला सोमवार
सावन के पहले सोमवार का व्रत जीवन में प्रगति लाता है। साथ ही जीवन में आ रही बाधाओं को नष्ट करता है। व्यवसाय शुरु करने के इच्छुक लोग इस दिन इसका आधार रख सकते हैं।
दूसरा सोमवार
खराब स्वास्थ्य से परेशान लोगों के लिए इस सोमवार का व्रत रखना लाभकारी होगा। इस सोमवार का संयोग बेहतर स्वास्थ्य तथा बल वृद्धि कारक होगा।
तीसरा सोमवार
तृतीय सोमवार का यह व्रत सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ति हेतु किया जा सकता है, किंतु उन शिव भक्तों के लिए यह और भी विशेष होगा जो शिवजी के मंत्र सिद्ध करना चाहते हैं।
चौथा सोमवार
मान्यता है कि चौथे श्रावण सोमवार के दिन जो कोई भी पूरे भक्ति भाव से भगवान शिव की भक्ति-उपासना करता है, उसपर हमेशा शिव कृपा रहती है और उसके जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
Must Read Lord Shiva भगवान शिव करते हैं सबकी मनोकामनाएं पूर्ण श्रावण मास में
श्रावण सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
भगवान शिव को बेहद प्रिय है ये 10 चीजें जल्द हो जाते हैं प्रसन्न जल, दूध, इत्र, भांग, चंदन, दही, चीनी, केसर, घी और शहद
सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. सावन को भगवान शिव का महीना माना जाता है. भगवान शिव अपने भक्तों पर जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. उनकी पूजा के दौरान शिवलिंग अभिषेक और उस पर अर्पित की जाने वाले हर एक अलग चीज का अपना अलग महत्व होता हैं.
सावन के सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
ऐसी मान्यता है, जो व्यक्ति नियमित रूप से शिवलिंग पर जल चढ़ाता है उसकी कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव कभी नहीं रहता। सावन के महीने में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
सावन के सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
पुराणों में वर्णित कथा के अनुसार श्रावण में ही समुद्र मंथन से निकला विष भगवान शंकर ने पीकर सृष्टि की रक्षा की थी। इसलिए इस माह में शिव आराधना करने से भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है।
सावन के सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
बिल्वपत्र की जड़ में भगवान शिव का वास माना गया है। एक छोटे से बिल्वपत्र को चढ़ाने मात्र से जन्मों के पाप नष्ट होते है। बिल्वपत्र चढाने से भगवान शिव अपने भक्त की कामना बिना कहे ही पूरी करते है।
सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
सावन के महीने में शिवजी की उपासना बड़ी ही फलदायी मानी गयी है, सावन के सोमवार व्रत से भगवान शिव अति प्रसन्न होते है।
श्रावण के सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं
हिंदू धर्म के अनुसार, सावन को वर्ष का सबसे पवित्र महीना माना के जाता है, कुछ भक्त सावन के सोमवार व्रतों को सावन के बाद तक भी जारी रखते हैं, ऐसे भक्त सावन के प्रथम सोमवार से प्रारंभ करते हुए लगातार सोलह और सोमवारों को यह व्रत जारी रखते हैं। इस प्रक्रिया को सोलह सोमवार उपवास के नाम से जाना जाता है ।
Must Read Shraavan maas किसने शुरू किया श्रावण सोमवार व्रत ? जाने श्रावण मास की 10 बातें
Leave A Comment