Hare Krishna प्रेम कभी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए नही होता है प्रेम हमेशा एक दूसरे के सुख दुःख में साथ देना और भावनाओं को समझने के लिए होता हैं
प्रेम कभी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए नही होता
प्रेम कभी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए नही होता
मेरे प्यारे सांवरिया... हमें मजूर है तेरी हर मेहरबानी फिर
सांवरिया शोर सी है ज़िन्दगी मेरी सुकून सा है इश्क
दिल से लगाए रखना, अपना बनाए रखना, सफर चाहे मुश्किल
दुनिया के साथ छोड़ने की बातें बेअसर हैं जबसे हाथ
क्यू एक दुआ पर अटका रह गया है दिल क्यूं
सांवरिया तुमसे दिल्लगी क्या कर बैठे दिल अब कही लगता
भक्ति और भरोसा भगवान पर इतना करो कि संकट हम
किशोरी जी हर दर्द खामोश हो जाता हैं एक आपकी
बहुत विनम्रता चाहिए रिश्तों को निभाने के लिए, छल कपट