Radha Krishna Unconditional Love Radha Krishna Love Quotes
Radha Krishna के Unconditional Love बारे में कौन नहीं जनता हैं आज जो भी प्रेमी जोड़ा होता हैं वो भगवान Shri Krishna और Radha Rani के बहुत बड़े पुजारी होता हैं क्योंकि उन्ही की प्रेम कहानी एक सच्ची प्रेम कहानी की प्रतिक हैं आज हम लोग भी किसी न किसी से प्यार करते हैं लेकिन हमेशा किसी न किसी बात को लेकर अनबन होती रहती हैं मैंने इस पोस्ट में आप लोगो के लिए Radha Krishna से जुड़े कुछ बहुत ही अच्छे Quotes लाया हूँ जैसे की “Unconditional Love Radha Krishna Love Quotes | Radha Krishna Quotes” आप सभी से मेरी एक ही प्रार्थना हैं आप इन सभी Quotes को जरुर अपने प्रेमी या दोस्त के पास भेजे जिससे उनके भी दिमाग पे इन सभी बातों की अच्छाइयां प्रकट हो और वो सोच पाए की भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की प्रेम कहानी कैसी थी और उसी तरह आप अपने प्रेम कहानी को ढालने की कोशिश करे राधा रानी इतनी गोरी होते हुए भी कृष्णा जिनके रंग सांवरे थे उनसे अटूट प्यार कर बैठे बिना कोई बात का सोचे विचारे
लेकिन आज कल के युग में हम देखते हैं की प्यार करने के पहले उसके लड़का स्मार्ट हों चाहिए भले ही उसका दिल कैसा भी हो, लेकिन मेरा एक मानना हैं की प्यार में कभी भी रंग रूप, पैसा, गाड़ी, बंगला नहीं देखना चाहिए, और यही बात भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी की प्यार भी हमें सिखाने की कोशिश करते हैं, प्यार में अगर किसी कारण वश आप लोगों को एक दुसरे से बिछड़ना पड़ जाये तो बस आसानी से जाने देना चाहिए क्योंकि प्यार का मतलब होता है दोनों जहाँ भी रहे खुश रहे, ऐसा नहीं अलग होने के बाद दोनों एक दुसरे के जान के पीछे पड़ जाये ये गलत बात हैं और इसे प्यार की परिभाषा पर भी असर पड़ता हैं इसीलिए मेरा आपसे गुज़ारिश हैं कि आप श्री कृष्ण और राधा रानी के प्यार को अनुपालन करें, अगर आप Facebook status, Whatshapp status के तलाश में हैं तो आप बिलकुल सही वेबसाइट पर आये हो, क्योंकि यहाँ सभी प्रकार के शायरी status, Quotes तथा wishes देखने को मिलेगी जो की काफी अच्छी और नई होगी
तुम्ही ने छुआ होगा हवा यूँ बेवजह कभी नहीं महकी..
हर चीज़ तब तक सुन्दर है, जब तक आप उससे प्रेम करते हो !
सृष्टि में एक प्रेम ही है जो लाख प्रयत्न करो खत्म करने का वो बढ़ता ही जाता है..
मनुष्य को अपनी और खीचने वाला यदि इस विश्व में कोई असली चुम्बक है तो वो केवल प्रेम हैं !
प्रेम का पहला चरण व्याकुलता है जो आपको आपके प्रेम के करीब लाती है
यदि हृदय में सच्चा प्रेम हो तो प्रतीक्षा का हर क्षण आनंद देता हैं !
कुछ ऐसे लगाव और चाहतें होती हैं, कि हाथों में हाथ नही होते और रूह से रूह बंधी होती है
लाख रहे दूरियां तो क्या हुआ याद नजरों से नहीं दिल से किया जाता है
प्रेम वो नहीं है। जो आपको विवाह के बंधन में बांधे, प्रेम तो वो है जो अनन्तं हो प्रेम तो वो है जो आपको सन्मान दे. प्रेम वो है जो दो लोग हमेशा अपने दिल में रखें ….
प्रेम का अर्थ विवाह करना नहीं होता बल्कि पूरी निष्ठा के साथ समर्पण करना होता
इतना भी आसान नहीं होता अपनी जिंदगी जी पाना बहुत लोगो को खटकने लगते है जब हम खुद को जीने लगते है
प्यार में लोग बहुत मजबूत हो जाते है और बहुत कमज़ोर भी, मजबूत इतने की सारी दुनिया से लड़ जाते है, और कमज़ोर इतने की, सिर्फ एक इंसान बिना रह नहीं पाते
वो जान गई थी हमें दर्द में मुस्कुराने की आदत है इसलिए रोज़ नया दर्द देती थी वो मेरी ख़ुशी के लिए
मेरी इस दीवानगी में कुछ कसूर आपका भी है तुम इतने प्यारे न होते तो हम भी इतने दीवाने से न होते…
मैं इश्क की परिभाषा लिखूंगा तुम उदाहरण बनकर मेरी मोहब्बत की व्याख्या करना
नसीब में कुछ रिश्ते अधूरे ही लिखें होते हैं लेकिन उनकी यादें बहुत ही खूबसूरत होती है…
दर्द का एहसास जानना है तो प्यार करके देखो, अपनी आँखों में किसी को उतार कर देखो, चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे, ये एहसास जानना हो तो दिल हार कर देखो।
किसी से प्रेम करने की कोई वजह नहीं होती, प्रेम तो सिर्फ प्रेम है, यदि वजह है तो वो प्रेम नहीं पसंद है राधे राधे
आपके मन में जितने भी विकार हैं वो कहीं त्याग दे और केवल निस्वार्थ भाव से प्रेम करें अपने जीवन साथी को समझने कि कोशिश करें
अपने अपेक्षां से नहीं अथवा संपूर्ण संसार से प्रेम कीजिए आपको अपना प्रेम स्वयं प्राप्त हो जाएगा
भरोसा और प्रेम यह दो ऐसे पंछी है अगर इनमें से कोई एक उड़ जाए तोह… दूसरा अपने आप उड़ जाता है.
परमात्मा के बाद इस विश्व में अगर कोई पवित्र चीज है तो वह है प्रेम
मोहब्बत दिल में कुछ ऐसी होनी चाहिए कि.. वो हासिल भले ही दूसरे को हो पर कमी उसको ज़िन्दगी भर हमारी होनी चाहिए.
कुछ लोग दिल के इतने खुबसुरत होते है कि चाहे वो ना मिले पर उम्र भर उन्हे चाहने को दिल करता है…
मीरा का प्रेम उपासना था तो कृष्ण को आराध्य बना दिया.. रुक्मणी का प्रेम दाम्पत्य का था तो कृष्ण को पति बना दिया.. पर राधा का प्रेम उन्मुक्त था जिसने कृष्ण को कृष्ण ही रहने दिया..
जग करते है प्रेम पाने के लिए पर राधाकृष्ण ने प्रेम किया प्रेम समझाने के लिए । ॥ जय श्री राधाकृष्ण ।।
जैसे राधा बिना है कृष्ण अधूरे वैसे ही हम है तेरे बिन अधूरे
प्रेम सच्चा होगा तो उसे जरूर समझ आयेगा तब तक के लिए निहस्वार्थ प्रेम किजिये
अगर इश्क हुआ तो अगले जन्म भी तुझसे ही होगा मेरे इस नादान दिल को तुम पर भरोसा ही इतना है
राधा के सच्चे प्रेम का यह प्रमाण हैं कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं
मोहब्बत कुछ अलग सी है मेरी तुमसे, तुम ख्यालों में ही नहीं दुआओं में भी रहते हो
एक नज़र हमारी और भी कीजिए सांवरिया आ जाईये या हमें बुलाइऐ
हम जिससे प्यार करते हैं वो तकलीफ चाहे कितनी भी दे, फिर भी सुकून उसी के पास आता है।
राधा कृष्ण की कृपा पाने के लिए, हृदय में भक्ति जगाना होगा। जिसमें यह भक्ति जागृत है, वह बड़ा भाग्य वान है। राधे राधे
कोई भी हो, वह कहीं न कहीं तो बंधा हुआ है भाग्यशाली वे होते हैं जो कृष्ण से बंध जाते हैं। जय श्री कृष्ण
साँवरे….
इस दिल के लिए कितने खास हो तुम..फासले तो कदमों के हैं पर, हर वक्त दिल के पास हो तुम..
हम श्रीकृष्ण के लिए ही बने हैं इसलिए हमारा अस्तित्व ही श्रीकृष्ण से है जय श्री कृष्ण
Pure love जैसे आकाश से गिरा पानी किसी तरह से समुद्र तक पहुंच जाता है, इसी तरह निस्वार्थ व्यक्ति की सेवा और प्रार्थना किसी तरह से भगवान तक पहुंचती है।
कृष्ण भक्ति का किया हुआ साधन कभी नष्ट नहीं हो सकता क्योंकि यह न तो बंटता है भाइयों के बीच में, न इसकी चोरी होती है किसी चोर के द्वारा । जिसने भी कृष्ण की भक्ति की उस भक्ति का पूरा फल उसे ही मिलता है…
|| श्री गोपीजन वल्लभ ||
प्रेम भाव यदि हम कृष्ण से प्रेम करने की इच्छा व्यक्त करने के उद्देश्य से तपस्या करते हैं, तो ऐसी तपस्या हमें शुद्ध करती है। श्री राधे
प्रेम भाव
भक्त सभी नियमों से मुक्त हो जाता है जब उसकी भक्ति परिपक्व और सर्वोच्च अवस्था तक पहुँच जाती है ।। राधे राधे जी
एक बार किसी ने एक वैष्णव से कहा तुझे ठाकुर जी पर बहुत यक़ीन है, तो तू ऊँचे पहाड़ पर चढ़ कर छलांग लगा दे । देखते हैं कि तेरे ठाकुर जी तुझे बचाते है कि नहीं
तो वैष्णव ने बहुत सुंदर जवाब दिया :
ये ठाकुर जी का काम है कि मुझे आजमाये, पर मेरा काम यह नहीं कि मैं अपने ठाकुर जी को आज़माऊ
हरे कृष्ण प्रभु श्री हनुमानजी ने पूरे श्रीरामावतार में और श्रीगोपीजन ने पूरे श्रीकृष्णावतार में प्रभु से कुछ भी नहीं मांगा । वे कामना रहित रहे और इस तरह निष्काम भक्ति और निष्काम प्रेम के आदर्श बने ।
श्रद्धा यह नहीं होती कि भगवान कर सकते हैं, श्रद्धा यह होती है कि भगवान ही करेंगे
प्रेम अगर करुणा बनके आंखों से ना बहे, तो समझो वो प्रेम अंतर मन मे उतरा ही नही
इत्र से कपड़ों को महाकाना बड़ी बात नहीं होती है, खुशी तब मिलती है, जब खुशबु आपके किरदार से आती है
मीराबाई बोलती हैं… मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरों ना कोई.. तो ये बात किस किस ने समझा कि गिरिधर गोपाल के अलावा अपना और कोई नहीं होना चाहिए.. ?
प्रार्थना का अर्थ अपनी इच्छाओं का जाप करना नहीं है, अपितु भगवान के नाम का जाप करना है
यदि आप समय पर अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं करते है तो आप एक और गलती कर बैठते है ! आप अपनी गलतियों से तभी सीख सकते है जब आप अपनी गलतियों को स्वीकार करते है।
चलते चलते मेरे कदम अक्सर यही सोचते हैं कृष्ण, कि किस तरफ जाऊं, जो तू मुझे मिल जाए
ये जीवन आपने दिया है, संभालोगे भी आप आशा नहीं विश्वास है सब मुश्किलों से, निकालोगे भी आप
आसमां ना फलक चाहिए हमें तो बस बांके बिहारी आपकी एक झलक चाहिए
कितना भी इत्र छिड़क लो कपड़ों पर आत्मा तो अच्छे कर्मों से ही महकेगी..
फूलों की खुशबू हवा की दिशा में ही फैलती है, लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई चारों तरफ फैलती है
मेरी हैसियत से ज्यादा मेरी थाली में तूने परोसा है, आप चाहे मुझे लाख मुश्किलों में डाल दो भगवान, मुझे तो बस आप पर ही भरोसा है
श्री कृष्ण कहते हैं गायत्री से बड़ा कोई मंत्र नहीं, पिता से बड़ा कोई ज्ञान नहीं. कन्या से बड़ा कोई दान नहीं और माता से बड़ी बड़ी कोई देवी नहीं है
सब चीज़े किस्मत से नही मिलती, कुछ चीज़ों के लिए काबिल बनना पड़ता है।
गीता में कहा गया है कि जब सत्य की असत्य से लड़ाई होगी, सत्य अकेला खड़ा होगा और असत्य की फौज लंबी होगी, क्योंकि असत्य के पीछे मूर्खों का झुंड भी होगा
हम क्यों समझते हैं प्रेम इनका आधा है, बस यही समझें कृष्ण ही राधा है।
लोगों ने अगर कुछ दिया है, सुनाया बहुत कुछ है, लेकिन भगवान एक तेरी चौखट है, जहां कभी देकर ताना नहीं मिला है
हमें अपने देखने के नजरिए को शुद्ध करना होगा और ज्ञान व कर्म को एक रूप में देखना होगा, जिससे हमारा नजरिया बदल जाएगा
जीवन में आगे बढ़ना है तो बहरे हो जाओ, क्योंकि अधिकतर लोगों की बातें मनोबल गिराने वाली होती हैं
थोड़ी सी खुशी मांगी थी “श्याम” से मैंने पर उन्होंने आपसे मिलाकर हमें खुशनसीब बना दिया
एक ही आश आप चरणों की बस यहीं अर्जी हमारी है क्या करना क्या न करना “श्याम” आगे मर्ज़ी तुम्हारी है ।। राधे राधे।।
ना मैं मीरा सी भक्त हूँ ना राधा सी परम सखी एक तुच्छ सी नारी जो आप के चरणों में दिल हारी |।राधे राधे।|
कभी हिम्मत बनकर कभी हौसला बनकर रहना तुम ही साथ हमेशा मेरा मीत बनकर ।।राधे राधे।।
ना मोल चाहूं किसी पल का ना किसी भाव का मुझ पर ऋण रहे आप के चरणों की छाव मिलती रहे जब तक जीवित ये तन रहे ।।राधे राधे।।
जीने के लिए नहीं चाहा है तुम्हें
तुम्हें चाहने के लिए जीते हैं हम, ।। राधे राधे।।
मेरे आंखों को ना कुछ भाए और ना कुछ लुभाए इन्हे तो बस अब तू ही तू नजर आए ।।राधे राधे।।
हे श्याम बयां से परे हैं तेरे ख्याल का सुकून..।। ।।राधे राधे।।
कितने सुंदर नैन तेरे ओ राधा प्यारी इन नैनो में खो गए मेरे बांके बिहारी, ।।राधे राधे।।
हे “श्याम” चरण शरण में राखियो मोहे अपनी जान भाव भक्ति मुझे आवे नहीं सब विध में हूं अंजान, ।।राधे राधे।।
तुम्हे सोचते ही महक जाती है सांसे मेरी फिर किसी और ख्याल की जगह ही नहीं, ।। राधे राधे।।
हे श्याम तुझ से इश्क़ ही इज़ाफ़ा है जिंदगी में, ।। राधे राधे।।
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