धूमावती हृदय स्तोत्र: जो पवित्र पापनाशक स्तोत्र को पढ़ता है वह धूमावती के प्रसाद से परम सिद्धि को प्राप्त करता है

चौबीस वर्णों का प्रत्येक वर्ण के नाम से उत्तम सिद्धि