Guru Purnima प्रत्येक वर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने की परंपरा है, यह दिन घर के बड़े, बुजुर्ग, गुरु और जिनसे भी आपने जीवन में कुछ न कुछ सीखा है उनके प्रति सम्मान अर्पित करने का दिन है। गुरु पूर्णिमा न के दिन ही वेदों के सारगर्भित ज्ञान महाभारत, अट्ठारह पुराण, श्रीमद् भागवत, शिव पुराण तथा ब्रह्मसूत्र जैसे परम-कल्याणमयी साहित्य दर्शन के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी का जन्म दिवस भी मनाया जाता है। अध्यापन कार्य के लिए वर्षा ऋतु को सबसे उपयुक्त माना गया है, इसी कारण गुरु पूर्णिमा का पर्व वर्षा ऋतु में मनाया जाता है। यह उत्सव गुरु के प्रति सम्मान और कृतज्ञता को दर्शाता है, सनातन परंपरा में गुरु को ईश्वर से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। 

गुरु ग्रह मजबूत करने के लिए 

गुरु पूर्णिमा के दिन कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए गुरु पूजन करना चाहिए। इससे हर तरह के दोषों से निजात मिल जाएगा।

कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए बृहस्पति मंत्र ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ का जाप 11, 21 या अपनी योग्यता के अनुसार कर लें।

पैसों की तंगी दूर करने के लिए 

पैसों की तंगी से छुटकारा पाने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की जड़ों में तांबे के लोटे में जल लेकर थोड़ी सी शक्कर मिला चढ़ा दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहेगी।

गुरु पूर्णिमा के दिन क्या करें 

इस दिन केसर का तिलक लगाना चाहिए और पीली वस्तुओं का दान करना शुभ माना जाता है। इस दिन गीता पाठ करना अति उत्तम माना गया है। इस दिन पिता, गुरु व दादा का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। इस दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना शुभ माना जाता है।

गुरु पूर्णिमा के दिन क्या खरीदना चाहिए 

गुरु पूर्णिमा के दिन चांदी या पीतल की कोई वस्तु खरीदनी चाहिए। इस दिन कॉपी-किताबें या स्टेशनरी का समान खरीदना शुभ माना जाता है।

तरक्की के लिए

तरक्की के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को पीली वस्तुएं जैसे चने की दाल, बेसन, पीले वस्त्र, पीले रंग की मिठाई, गुड़ आदि का दान करना शुभ होगा।

बिगड़े हुए कार्य बनाने के लिए 

बिगड़े हुए कार्य बनाने के लिए गुरु पूर्णिमा के दिन भगवान श्री कृष्ण के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके साथ ही गीता का पाठ करें। इससे लाभ मिलेगा।

गुरु पूर्णिमा पूजन के लाभ

शास्त्रों में गुरु पूर्णिमा के दिन पूजन का विशेष महत्व होता है। इस शुभ तिथि पर गुरु पूजन से अनेक तरह के लाभ प्राप्त होते हैं।

– जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह से संबंधित कोई दोष हो तो गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु पूजन करने से यह दोष खत्म हो जाते हैं।

१. गुरु पूजन से कुंडली में मौजूद पितृदोष भी खत्म हो जाता है।

२. गुरु पूजन से भाग्योदय होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास रहता है।

३. गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु पूजन करने से नौकरी,व्यापार और करियर में फायदा होगा।

गुरु को समर्पित प्रचलित दोहे,मंत्र और श्लोक 

1. गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय.

बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय..

2. गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः

गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः

3. गुरु की महिमा न्यारी है,

अज्ञानता को दूर करके.

ज्ञान की ज्योत जलाई है,

गुरु की महिमा न्यारी है…

4. गुरु को पारस जानिए, करे लौह को स्वर्ण

शिष्य और गुरु, जगत में दो ही हैं वर्ण

5. माटी से मूरत गढ़े,सद्गुरु फूंके प्राण।

कर अपूर्ण को पूर्ण गुरु,भव से देता त्राण।।

6. विनयफलं शुश्रूषा गुरुशुश्रूषाफलं श्रुतं ज्ञानम्।

ज्ञानस्य फलं विरतिः विरतिफलं चाश्रवनिरोधः।।

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