ग्रहों का हमारे जीवन में होने वाली घटनाओं से संबंध होता है। ग्रहों की शुभ स्थिति से जहां हमारे जीवन में लाभ की स्थिति बनती है, तो वही कुंडली में कमजोर ग्रहों के कारण आपको समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए कुंडली में ग्रहों का मजबूत होना आवश्यक होता है। हर ग्रह अलग फल प्रदान करता है। ज्योतिष में कमजोर ग्रहों को मजबूत करने के लिए बहुत से उपाय बताए गए हैं। लेकिन हम अपनी दिनचर्या और स्वभाव में कुछ छोटे-छोटे परिवर्तन करके भी ग्रहों के कारण होने वाली समस्याओं से निजात पा सकते हैं।

हम आज यहां पर मंगल से लेकर शनि तक सभी ग्रहों से संबंधित उपाय बताएंगे जिन्हें करने से आप परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं।

संसार का प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी परेशानी से जूझ रहा है। किसी को पैसे की तंगी है तो कोई बीमार है, किसी का पारिवारिक जीवन कष्टप्रद है तो कोई कोर्ट-कचहरी के मामलों में उलझा हुआ है। ज्योतिष की दृष्टि से देखें तो व्यक्ति के जीवन में आने वाले सुख-दुख उसके कर्म और जन्म कुंडली में मौजूद ग्रहों के अनुसार आते-जाते रहते हैं। यदि किसी ज्योतिषी के पास अपनी कुंडली का अध्ययन करवाने जाएंगे तो वह लंबी-चौड़ी पूजा, यज्ञ, हवन आदि बता देते हैं। इन सबका असर होता भी है, लेकिन कई लोगों के पास हवन-पूजा करने का पैसा नहीं होता है, उनके लिए भी शास्त्रों में कई आसान उपाय बताए गए हैं, जो रूठे ग्रहों को प्रसन्न कर सकते हैं।

यदि आपकी कुंडली में भी कोई ग्रह कमजोर है और बुरा प्रभाव दे रहा है तो इस आसान से दिखने वाले उपायों को जरूर आजमाएं, निश्चित रूप से लाभ प्राप्त होगा ।

कुंडली में सूर्य कमजोर हो और बुरे प्रभाव दे रहा हो तो

सूर्य की मजबूती के लिए:

कुंडली में सूर्य कमजोर हो और बुरे प्रभाव दे रहा हो तो प्रत्येक सुबह कुछ मिनटों के लिए धूप में अवश्य बैठें। इससे सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी। हमेशा भोजन सूर्य की उपस्थिति में ही करें। इसका अर्थ यह हुआ कि सूर्यास्त के बाद भोजन न करें। रात में कुछ भी खाने से बचें। हमेशा तांबे के बर्तन से ही पानी पीएं। कोशिश करें कि आसपास केवल लकड़ी के फर्नीचर हों। धातुओं के फर्नीचर पर बैठने से बचें।

चंद्र की मजबूती के लिए: 

जिनका चंद्र कमजोर हो उन्हें सलाह दी जाती है कि वे सूर्यास्त के बाद ठंडी और फ्रोजन चीजें बिलकुल न खाएं। हमेशा ताजा खाना ही खाएं। पैकेज्ड फूड से बचें यहां तक कि दूध भी पैकेज्ड न पीएं। अपनी रूटीन डाइट में हर दिन फल और सलाद शामिल करें। ध्यान रहे आपको किसी भी हाल में पानी की बर्बादी और उसका अपमान बिलकुल नहीं करना है। यहां तक कि आप किसी नदी या तालाब में नहाने जाएं तो उसके जल को सबसे पहले हाथों से स्पर्श करें, बाद में पैर डालें।

मंगल-बुध की मजबूती के लिए 

मंगल की मजबूती के लिए:

मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए जितना ज्यादा हो सके जमीन पर सोएं। सप्ताह में कम से कम एक दिन नमक का सेवन बिलकुल न करें। इसकी जगह गुड़ का इस्तेमाल करें इससे मंगल जल्दी प्रसन्न होंगे। हनुमान चालीसा का नियमित पाठ मंगल को मजबूती प्रदान करता है।

बुध की मजबूती के लिए: 

अपने नियमित खानपान में अधिक से अधिक हरी सब्जियों और फलों को शामिल करें। स्किन केयर प्रोडक्ट में भी केमिकल वाले कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल न करें। बुध को मजबूत करने के लिए रोज हल्का, मधुर संगीत सुनने की आदत डालें। हर रोज नहाना न भूलें।

गुरु की मजबूती के लिए 

यदि बृहस्पति को प्रसन्न करना चाहते हैं तो मांसाहार से दूर रहें। शाकाहार ही खाएं और अपने भोजन में हल्दी जरूर शामिल करें। यदि आप स्त्री हैं तो अपने बाल कंधे से अधिक लंबे न होनें दें। पुरुष हैं तो बाल हमेशा सेट होना चाहिए, आप भी बाल लंबे न रखें। भगवान विष्णु की नियमित आराधना करना और मस्तक पर तिलक लगाना गुरु को शीघ्र मजबूत करेगा।

शुक्र की मजबूती के लिए: 

भोग-विलास और सौंदर्य प्रेमी ग्रह शुक्र को मजबूत करने के लिए आरोमेटिक बाथ लेना फायदेमंद होता है या नहाने के बाद हल्की भीनी-भीनी खुशबू वाले परफ्यूम का इस्तेमाल करें। हमेशा साफ-सुथरे धुले प्रेस किए हुए कपड़े पहनें। फटे हुए या घिसे हुए कपड़े पहनने से बचें। अपनी डाइट में योगर्ट को जरूर शामिल करें। शुक्र को मजबूत करना है तो पुरुष लंबे बाल और दाढ़ी-मूंछ न रखें।

कमजोर शुक्र को मजबूत करने के उपाय 

सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को व्रत रखें और सफेद वस्तु जैसे दूध,मोती,दही,चीनी,आटा और दूध,घी आदि का दान करें।

शुं शुक्राय नम: या शुं शुक्राय नम:” का कम से कम 108 बार जाप करें।

गाय को रोज सुबह रोटी खिलाएं।

कभी भी महिलाओं का अपमान न करें।

शनि की मजबूती के लिए 

हनुमान जी की नियमित आराधना, हनुमान चालीसा का पाठ और गरीबों को कुछ न कुछ चीजों का दान करने से शनि को मजबूती प्राप्त होती है। हर शनिवार को शनि मंदिर जरूर जाएं। शनि देव को सरसो के तेल में काले तिल डालकर अर्पित करें और वहां बाहर बैठे भिखारियों को खाने की वस्तुएं दान दें।

राहु-केतु की मजबूती के लिए: 

गरीब लोगों को इलाज में मदद करने और उन्हें दवाइयां दान देने से राहु-केतु को मजबूत मिलती है। कोशिश करें कि हर दिन स्नान सूर्योदय के ठीक पहले कर लें। नहाने के बाद तुलसी के पौधे में जल अर्पित करें, उसकी पूजा करें और दो पत्ते निगल लें। तीर्थ यात्रा पर जाते रहें या हफ्ते में कम से कम एक दिन मंदिर जरूर जाएं। घर का बना हुआ भोजन ही करें, बाहर का पका नहीं

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डिसक्लेमर

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