
Bajrang Baan in Hindi & English – चमत्कारिक लाभ और सिद्ध करने की विधि और pdf
हनुमान जी का नाम सुनते ही मन में शक्ति, साहस और भक्ति का भाव जागृत होता है। बजरंग बाण हनुमान जी की आराधना में सबसे प्रभावशाली पाठों में से एक माना जाता है। यह पाठ न केवल मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाता है, बल्कि जीवन में आने वाली बाधाओं, शत्रुओं और रोगों से मुक्ति दिलाने का भी माध्यम है।
बजरंग बाण का पाठ करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास, साहस और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। चाहे विवाह बाधा हो, ग्रह दोष, नौकरी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या हनुमान जी की कृपा से यह पाठ सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है।
इस लेख में हम आपको बजरंग बाण का पूरा पाठ, हिंदी में, अंग्रेजी रूपांतरण (Roman) के साथ, इसके 8 प्रमुख लाभ और पाठ सिद्धि की विधि विस्तार से बताएँगे।
बजरंग बाण पाठ क्या है ?
बजरंग बाण हनुमान जी को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है। इसे “बाण” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह पाठ शत्रु बाधा, तांत्रिक अभिचार, भूत-प्रेत, ग्रह दोष जैसी नकारात्मक शक्तियों को दूर करने वाला बाण की तरह कार्य करता है।
हनुमान जी को सात चिरंजीवी में से एक माना जाता है, अर्थात उनका शरीर अमर है। वे संकटमोचन, रोग नाशक और संकटों से रक्षा करने वाले देवता हैं। बजरंग बाण में शपथ का विशेष प्रयोग किया गया है, जिससे पाठ करने वाले की समस्या तुरंत हल होने का प्रयास करता है।
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बजरंग बाण पाठ हिंदी में (पूर्ण पाठ)
॥ दोहा ॥
प्रेम प्रतीतिहि कपि भजै, सदा धरै उर ध्यान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान।
जय हनुमन्त सन्त हितकारी, सुन लीजै प्रभु अरज हमारी।
जन के काज विलम्ब न कीजै, आतुर दौरि महा सुख दीजै।
जैसे कूदि सिन्धु महिपारा, सुरसा बदन पैठि विस्तारा।
आगे जाय लंकिनी रोका, मारेहु लात गई सुरलोका।
जाय विभीषन को सुख दीन्हा, सीता निरखि परमपद लीन्हा।
बाग उजारि सिन्धु महं बोरा, अति आतुर जमकातर तोरा।
अक्षय कुमार को मारि संहारा, लूम लपेट लंक को जारा।
लाह समान लंक जरि गई, जय जय धुनि सुरपुर में भई।
अब विलम्ब केहि कारन स्वामी, कृपा करहु उर अन्तर्यामी।
जय जय लखन प्राण के दाता, आतुर होय दु:ख करहु निपाता।
जै गिरिधर जै जै सुख सागर, सुर समूह समरथ भटनागर।
ॐ हनु हनु हनु हनुमन्त हठीले, बैरिहि मारू बज्र की कीले।
गदा बज्र लै बैरिहिं मारो, महाराज प्रभु दास उबारो।
ॐ कार हुंकार महाप्रभु धावो, बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो।
ॐ ह्रिं ह्रिं ह्रिं हनुमन्त कपीसा, ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर शीशा।
सत्य होहु हरि शपथ पायके, राम दूत धरु मारु जाय के।
जय जय जय हनुमन्त अगाधा, दु:ख पावत जन केहि अपराधा।
पूजा जप तप नेम अचारा, नहिं जानत हौं दास तुम्हारा।
वन उपवन मग गिरि गृह माहीं, तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं।
पांय परौं कर जोरि मनावौं, येहि अवसर अब केहि गोहरावौं।
जय अंजनि कुमार बलवन्ता, शंकर सुवन वीर हनुमन्ता।
बदन कराल काल कुल घालक, राम सहाय सदा प्रतिपालक।
भूत, प्रेत, पिशाच निशाचर, अग्नि बेताल काल मारी मर।
इन्हें मारु, तोहि शपथ राम की, राखउ नाथ मरजाद नाम की।
जनकसुता हरि दास कहावो, ताकी शपथ विलम्ब न लावो।
जै जै जै धुनि होत अकासा, सुमिरत होत दुसह दु:ख नाशा।
चरन शरण कर जोरि मनावौं, यहि अवसर अब केहि गोहरावौं।
उठु उठु चलु तोहि राम दुहाई, पांय परौं कर जोरि मनाई।
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता, ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता।
ॐ हं हं हांक देत कपि चंचल, ॐ सं सं सहमि पराने खल दल।
अपने जन को तुरत उबारो, सुमिरत होय आनंद हमारो।
यह बजरंग बाण जेहि मारै, ताहि कहो फिर कौन उबारै।
पाठ करै बजरंग बाण की, हनुमत रक्षा करै प्राण की।
यह बजरंग बाण जो जापै, ताते भूत-प्रेत सब कांपै।
धूप देय अरु जपै हमेशा, ताके तन नहिं रहै कलेशा।
॥ दोहा ॥
प्रेम प्रतीतिहि कपि भजै, सदा धरै उर ध्यान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान।
Bajrang Baan – English Translation
॥ Doha ॥
Nishchay Prem Prateeti Te, Vinay Karain Sanmaan.
Tehi Ke Kaaraj Sakal Shubh, Siddh Karain Hanuman.
Jai Hanumant Sant Hitkaari, Sun Lijai Prabhu Araj Hamari.
Jan Ke Kaaj Vilamb Na Kijai, Aatur Dauri Maha Sukh Dijai.
Jaise Koodi Sindhu Mahipara, Surasa Badan Paithi Vistara.
Aage Jaay Lankini Roka, Maarehu Laat Gai Suraloka.
Jaay Vibhishan Ko Sukh Deenha, Seeta Nirakhi Parampad Leenha.
Baag Ujaari Sindhu Mahan Bora, Ati Aatur Jamkaatar Tora.
Akshay Kumar Ko Maari Sanhaara, Loom Lapet Lank Ko Jaara.
Lah Saman Lank Jari Gai, Jai Jai Dhuni Surpur Mein Bhai.
Ab Vilamb Kehi Kaaran Swami, Kripa Karahu Ur Antaryaami.
Jai Jai Lakhan Praan Ke Daata, Aatur Hoy Duhkh Karahu Nipata.
Jai Giridhar Jai Jai Sukh Sagar, Sur Samooh Samarath Bhatnagar.
Om Hanu Hanu Hanu Hanumant Hathile, Bairihi Maaru Bajra Ki Kele.
Gada Bajra Lai Bairihin Maaro, Maharaj Prabhu Daas Ubaaro.
Om Kaar Hunkaar Mahaprabhu Dhaavo, Bajra Gada Hanu Vilamb Na Laavo.
Om Hrim Hrim Hrim Hanumant Kapeesa, Om Hum Hum Hum Hanu Ari Ur Sheesha.
Satya Hohu Hari Shapath Paayake, Ram Doot Dharu Maar Jaay Ke.
Jai Jai Jai Hanumant Agaadha, Duhkh Paavat Jan Kehi Apraadha.
Pooja Jap Tap Nem Achaara, Nahin Jaanat Houn Daas Tumhaara.
Van Upavan Mag Giri Gruh Maahin, Tumhare Bal Ham Darpat Nahin.
Paay Paroun Kar Jori Manaavoun, Yehi Avasar Ab Kehi Gohraavoun.
Jai Anjani Kumar Balwanta, Shankar Suvan Veer Hanumanta.
Badan Karaal Kaal Kul Ghaalak, Ram Sahaay Sada Pratipaalak.
Bhoot, Pret, Pishaach Nishaachar, Agni Betaal Kaal Maari Mar.
Inhein Maaru, Tohi Shapath Ram Ki, Raakhou Naath Marjaad Naam Ki.
Janaksuta Hari Daas Kahaavo, Taaki Shapath Vilamb Na Laavo.
Jai Jai Jai Dhuni Hot Akaasa, Sumirat Hot Dusah Duhkh Naasha.
Charan Sharan Kar Jori Manaavoun, Yahi Avasar Ab Kehi Gohraavoun.
Uthu Uthu Chalu Tohi Ram Duhaai, Paay Paroun Kar Jori Manaai.
Om Cham Cham Cham Cham Chapal Chalanta, Om Hanu Hanu Hanu Hanu Hanumanta.
Om Ham Ham Haank Det Kapi Chanchal, Om Sam Sam Sahami Paraane Khal Dal.
Apne Jan Ko Turat Ubaaro, Sumirat Hoy Anand Hamaro.
Yah Bajrang Baan Jehi Maarai, Taahi Kaho Phir Kaun Ubaarai.
Paath Karai Bajrang Baan Ki, Hanumat Raksha Karai Praan Ki.
Yah Bajrang Baan Jo Jaapai, Taate Bhoot-Pret Sab Kaampai.
Dhoop Dey Aru Japai Hamesha, Taake Tan Nahin Rahai Kalesha.
॥ Doha ॥
Prem Prateetahi Kapi Bhajai, Sada Dharai Ur Dhyaan.
Tehi Ke Kaaraj Sakal Shubh, Siddh Karain Hanuman.
बजरंग बाण पाठ के 8 प्रमुख लाभ
1. विवाह बाधा दूर करना:
कदली वृक्ष के नीचे बजरंग बाण का पाठ करने से विवाह में आने वाली बाधाएँ खत्म होती हैं। तलाक या कुयोग जैसी समस्या भी टलती है।
2. ग्रहदोष समाप्त:
यदि किसी ग्रह का दोष है तो प्रात:काल बजरंग बाण का पाठ, लाल बत्ती जलाकर करें। बड़े ग्रह दोष भी टल जाते हैं।
3. साढ़ेसाती / राहु से नुकसान की भरपाई:
उड़द दाल की माला बनाकर तिल के तेल का दीपक जलाकर 3 बार पाठ करें।
4. कारागार से मुक्ति:
जेल जाने या संबंधी जेल में होने पर हनुमान जी की पूंछ पर सिंदूर से 11 टीका लगाकर 11 बार पाठ करें।
5. सर्जरी और गंभीर बीमारी टालना:
पेट, लीवर, अल्सर, कैंसर जैसी समस्याओं में 21 पान के पत्ते की माला चढ़ाते हुए 5 बार पाठ करें।
6. छूटी नौकरी दोबारा पाना:
नौकरी छूटने या डर होने पर मंगलवार के दिन नक्षत्र दर्शन के बाद पाठ करें, हनुमान जी को नारियल चढ़ाएं और लाल कपड़े में लपेटकर घर के आग्नेय कोण में रखें।
7. वास्तुदोष दूर करना:
घर में वास्तुदोष से बचने के लिए 3 बार पाठ करें और हनुमान जी को लाल झंडा चढ़ाकर दक्षिण दिशा में रखें।
8. दवा का असर बढ़ाना:
गंभीर रोग में दवा असर न करे तो 2 बार पाठ करें और संजीवनी पर्वत की रंगोली पर तुलसी के 11 पत्ते चढ़ाएं।
बजरंग बाण पाठ सिद्ध करने की विधि (Step-by-Step)
1. मंगलवार का दिन श्रेष्ठ माना गया है।
2. पाठ के लिए स्वच्छ स्थान चुनें।
3. घर के पूरब या उत्तर दिशा में बैठकर दीपक जलाएँ।
4. हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर सामने रखें।
5. पाठ के दौरान मन को पूरी तरह स्थिर रखें।
6. पाठ पूर्ण होने पर हनुमान जी को लाल वस्त्र, फूल या सिंदूर अर्पित करें।
7. पाठ समाप्ति के बाद श्रद्धा के साथ प्रणाम करें।
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बजरंग बाण का रहस्य
बजरंग बाण की शक्ति शपथ प्रणाली में निहित है। जब साधक पाठ करता है और हनुमान जी से शपथ लेता है कि “मेरी समस्या दूर करें”, तो व्यक्ति का मन और आत्मा पूरी तरह उस लक्ष्य के प्रति केंद्रित हो जाती है।
- आंतरिक शक्ति जागृत होती है।
- पृथ्वी पर सक्रिय सहायक शक्तियाँ साधक की मदद करती हैं।
- शपथ के कारण पाठ का प्रभाव तीव्र और तत्काल प्रतीत होता है।
⚠️ ध्यान रखें: शपथ देते समय मन और व्यवहार नियंत्रित, संतुलित और एकाग्र रहना अत्यंत आवश्यक है।
बजरंग बाण पाठ करते समय सावधानियाँ
- पाठ करते समय मन विचलित न हो।
- केवल शुद्ध और श्रद्धालु हृदय से पाठ करें।
- पाठ का समय राहुकाल से बचें (कुछ लाभ के लिए विशेष समय संभव)।
- गलत इरादे या मनोविनोद के लिए पाठ न करें।
निष्कर्ष
बजरंग बाण न केवल हनुमान जी की आराधना का शक्तिशाली मंत्र है, बल्कि यह जीवन में आने वाली बाधाओं, शत्रुओं, रोगों और संकटों से मुक्ति दिलाने का भी उपाय है।
इस पाठ को नियमित और विधिपूर्वक करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, साहस और सफलता का संचार होता है।
Must Read Bajrang Ban: जानें बजरंग बाण का पाठ करने से क्या-क्या लाभ मिलता है
FAQ
Q1: बजरंग बाण पाठ कब नहीं पढ़ना चाहिए ?
A: पाठ करते समय विचलित मन, क्रोध या लालच से दूर रहें। राहुकाल या अपवित्र स्थान से बचें।
Q2: महिलाएं मासिक धर्म के दौरान पढ़ सकती हैं ?
A: हाँ, श्रद्धा और शुद्धता के साथ पाठ करना लाभकारी है।
Q3: कितनी बार पढ़ना सही है ? रोज़ाना या केवल समस्या में ?
A: रोज़ाना पाठ करना सर्वोत्तम है। समस्या में विशेष विधि से भी पाठ किया जा सकता है।
Q4: बजरंग बाण हनुमान चालीसा से अधिक प्रभावी क्यों माना जाता है ?
Ans: बजरंग बाण में शपथ प्रणाली है, जो पाठ करने वाले और हनुमान जी के बीच गहरी ऊर्जा संबंध बनाती है। शत्रु बाधा, ग्रह दोष और तांत्रिक प्रभाव दूर करने में इसका असर हनुमान चालीसा से अधिक तीव्र माना जाता है।
डिसक्लेमर इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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